गुमला: जिला जल एवं स्वच्छता समिति गुमला के तत्वावधान में बख्तर साय मुण्डल स्मृति भवन, गुमला में विश्व शौचालय दिवस के अवसर पर जल सहियाओं एवं सखी मण्डलों का सम्मेलन सह सम्मान समारोह का आयोजन हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ जिला परिषद् अध्यक्षा किरण माला बाड़ा, उपायुक्त शशि रंजन, उप विकास आयुक्त नागेन्द्र कुमार सिन्हा व अन्य ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जलित कर किया।
समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल जिला परिषद् अध्यक्षा किरण माला बाड़ा ने कहा, गुमला जिला में शौचालय का निर्माण किया जा रहा है और लोग शौचालय का उपयोग भी कर रहे है। उन्होंने कहा जब से शौचालय निर्माण हो रहा है तब से बहुत सारी बिमारियाँ बंद हो गई है। मैं स्वयं लोगों को शौचालय निर्माण के लिए प्रेरित करती हूॅ। हम सभी को इसके लिए आगे आना होगा तभी हम जिले या देश को पूर्ण रूप से खुले में शौच से मुक्त किया जा सकता है। उन्होंने मधुकुँज के कलाकारों का उदाहरण देते हुए कहा, कलाकारों द्वारा गीत के माध्यम से शौचालय नहीं रहने से होने वाली परेशानियों को बताते है। हम सभी विश्व शौचालय दिवस के अवसर पर यह प्रण लेंगे ’’स्वच्छ और रोगमुक्त’’ रहने के लिए स्वच्छता को अपनाएँगे। अध्यक्षा ने रानी मिस्त्रियों, जलसहियाओं एवं सखी मंडल के सदस्यों को शौचालय निर्माण के कार्य में सराहनीय कार्य करने के लिए प्रशंसा जताई और धन्यवाद ज्ञापन किया।
उपायुक्त शशि रंजन ने कहा, विश्व शौचालय दिवस के अवसर पर पूरे विश्व में स्वच्छता संबंधी जागरूक किया जाता है। निर्मल भारत योजना के अंतर्गत विश्व में मानव सूचकांक में देश को विकसित बनाने का है। श्री रंजन ने कहा हमारा देश स्वच्छता के मामलें में बहुत पीछे का कारण खुले में शौच था। इसलिए एसबीएम ग्रामीण एवं एसबीएम शहरी योजना हमारी केन्द्र सरकार द्वारा चलाया जा रहा है। शौचालय निर्माण जो हम कर रहे है, इसकी उपयोगिता होनी चाहिए। उन्होंने कहा लोग शौचालय को गंदा समझते है और घर से दूर शौचालय बनाते है यह गलत बात है शौचालय घर के पास नजदीक बनाएं और उसका उपयोग करें। आप शौचालय का उपयोग र रहे है और बाकी टोले के लोग खुले में शौच को जाते है। इससे हम गंदगी से होने वाली बिमारी से बच जाए ऐसा नहीं है। इसके लिए पूरे गांव को खुले में शौच से मुक्त करना होगा। इस लिए शौचालय बनाएं और लोगों को उपयोग के लिए प्रेरित करें। श्री रंजन ने गांव में बच्चों का मौसम बदलने से बिमार होने का कारण गंदगी के कारण रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमी को बताया। केन्द्र सरकार शौचालय निर्माण में लगभग 200 करोड़ खर्च कर चुकी है। गांवों में ग्राम सभा करें बैठक कर लोगांे को शौचालय निर्माण के लिए जागरूक करें। उन्होंने शौचालय के निर्माण एवं उपयोग करने की आशा व्यक्त करते हुए कहा, आने वाले समय में सत्यापन किया जाएगा कि शौचालय का निर्माण हो रहा है कि नहीं। उपायुक्त ने लोगों से सहयोग की अपील की।
मौके पर उपा विकास आयुक्त नागेन्द्र कुमार सिन्हा ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कहा, हमारा उद्देश्य सिर्फ शौचालय बनाना ही नहीं उसके प्रति लोगों को उपयोग के लिए जागरूक करना भी है। उन्होंने सभी से अपील की कि अपने स्तर से सभी बुद्धिजीवी भी लोगों को शौचालय निर्माण एवं उसका उपयोग करें।
रानी मिस्त्री कुन्ती देवी ने कहा, शौचालय निर्माण कर रही हॅू और लोगों को प्रेरित भी कर रही हॅू। श्रीमती कुन्ती ने शौचालय निर्माण से संबंधित मेजर पार्ट के बारे में विस्तार से बताया। पुगु की स्वच्छता ग्राही रोमा कुमारी ने कहा, स्टेट में प्रशिक्षण दी गई, जिससे मैं प्रशिक्षण लेकर हमारे गांवों में लोगों को प्रशिक्षण देती हॅू और स्वच्छता से संबंधित जागरूक कर रही हॅू। उन्होंने कहा आज हम देख रहे है शौचालय बन रहे है और लोग इसका उपयोग भी कर रहे है।
समारोह में संगीता कुमारी एवं सबीना खातून को अपनी लागत से शौचालय का निर्माण कराने के लिए प्रोत्साहन स्वरूप 12-12 हजार रूपये का चेक दिया गया। साथ ही प्रखण्ड स्तर पर उत्कृष्ट कार्य करने वाले कर्मियों एवं विद्यालय स्तर पर क्विज प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। इसके अलावे कार्यक्रम में मधुकुँज के कलाकारों द्वारा स्वच्छता से संबंधित गीत प्रस्तुत किया गया।
समारोह में जिला परिषद अध्यक्षा, उपायुक्त, उप विकास आयुक्त के अलावे जिला परिषद् उपाध्यक्ष केडीएन सिंह, परियोजना निदेशक आईटीडीए कृष्ण किशोर, डीआरडीए निदेशक मुस्तकिम अंसारी, डायरेक्टर नेप नयनतारा केरकेट्टा, जिला आपूर्ति पदाधिकारी, मुखिया सहित रानी मिस्त्री व जल सहियाएं मौजूद थे।