लंदन: विकिलीक्स के संस्थापक जूलियन असांज को गुरुवार को लंदन स्थित इक्वाडोर दूतावास से गिरफ्तार कर लिया गया, जहां वह 2012 से शरण लिए हुए थे। इक्वाडोर में उन्हें प्रदान किया गया आश्रय वापस ले लिया गया, जिसके बाद उनकी गिरफ्तारी हुई है।
मेट्रोपोलिटन पुलिस सेवा (एमपीएस) ने एक बयान में कहा कि असांज को सेंट्रल लंदन पुलिस स्टेशन में रखा गया है और उनको 'जल्द ही' वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया जाएगा।
एमपीएस ने बताया कि असांज (47) को अमेरिका की ओर से उनके प्रत्यर्पण की मांग किए जाने के बाद गिरफ्तार किया गया है। उनको हिरासत में लेने का एक और कारण यह था कि वह अदालत में आत्मसमर्पण करने में विफल रहे।
ब्रिटिश गृहमंत्रालय के कार्यालय ने कहा, "हम इस बात की पुष्टि कर सकते हैं कि अमेरिका की ओर से अस्थाई प्रत्यर्पण की मांग के सिलसिल में जुलियन असांज को गिरफ्तार किया गया है। वह कंप्यूटर से संबंधित अपराध में अमेरिका में आरोपी हैं।"
यौन-उत्पीड़न और दुष्कर्म के आरोपों में स्वीडन द्वारा उनकी गिरफ्तारी के लिए अंतर्राष्ट्रीय वारंट जारी किए जाने पर 2010 में शुरू हुए नाटक के बाद असांज ने 2012 में ब्रिटिश पुलिस के पास आत्मसमर्पण कर दिया था और उन्हें 10 दिन बाद जमानत पर छोड़ दिया गया था।
लेकिन स्वीडन को प्रत्यर्पित किए जाने के विरुद्ध अपील में विफल रहने पर उन्होंने जमानत की शर्तो को तोड़ दी। उसके बाद उनको इक्वाडोर ने शरण प्रदान किया और दूतावास में रहने की अनुमति दी।
उनकी गिरफ्तारी का जो नाटकीय फुटेज ऑनलाइन पोस्ट किया गया है उसमें दाढ़ी रखे हुए असांज चिल्लाते दिख रहे हैं और उनको सात पुलिस अधिकारी दूतावास से लाकर पुलिस के एक वाहन में धकेल देते हैं।
इक्वाडोर के राष्ट्रपति लेनिन मोरेनो ने ट्वीट के जरिए कहा है कि असांज द्वारा बार-बार अंतर्राष्ट्रीय रिवाजों और दैनिक जीवन के प्रोटोकॉल का उल्लंघन किए जाने के बाद उनके देश ने असांज को शरण देना बंद करने का फैसला लिया।
मोरेनो ने कहा, "सबसे हालिया घटना जनवरी 2019 में तब हुई जब विकिलीक्स ने वेटिकन दस्तावेज लीक किया। इससे और दूसरे प्रकाशनों से दुनिया के इस संदेह की पुष्टि हुई कि असांज दूसरे देशों के आंतरिक मामलों में दखल देने में संलिप्त थे।"
स्कॉटलैंड यार्ड ने एक बयान में कहा कि इक्वाडोर सरकार द्वारा आश्रय वापस लेने के बाद उसे राजदूत ने दूतावास में बुलाया था।
हालांकि विकिलीक्स ने ट्वीट के जरिए कहा कि इक्वाडोर ने अवैध तरीके से असांज के राजनीतिक शरण को समाप्त किया है, जो अंतर्राष्ट्रीय कानून का उल्लंघन है।
उधर, व्हिसलब्लोअर और भगोड़े एडवर्ड स्नोडन ने कहा, "असांज के आलोचक खुश हो सकते हैं, लेकिन यह प्रेस की स्वतंत्रता के लिए अंधकार की घड़ी है।"
यूके के विदेश मंत्री एलन डंकन ने कहा, "दोनों देशों के बीच व्यापक वार्ता के बाद गिरफ्तारी हुई है।"
स्वीडन के मुख्य अभियोजक इन्ग्रिड इस्ग्रिेन ने कहा, "मुझे नहीं मालूम कि उनको हिरासत में क्यों रखा गया है। हम घटनाक्रमों पर नजर रखे हुए हैं।"