प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उस समय मेज नहीं थपथपाई जब ऐतिहासिक जम्मू-कश्मीर विधेयक मंगलवार को लोकसभा में पारित हुआ। इस संबंधी रहस्य का अब खुलासा हो रहा है। हमेशा मुस्कुराने वाले प्रधानमंत्री उस समय एक बार भी नहीं मुस्कुराए जब कैबिनेट की बैठक सोमवार सुबह 10 बजे उनके 7, लोकनायक मार्ग निवास पर हुई थी।
सोमवार को जम्मू-कश्मीर विधेयक पहले राज्यसभा में पेश किया गया और अगले दिन लोकसभा में रखा गया। न तो राज्यसभा में और न ही लोकसभा में मोदी ने कोई उत्साह दिखाया तथा न ही विजयी होने का कोई संकेत बताया। यद्यपि 370 सांसदों ने उस समय प्रधानमंत्री का खड़े होकर अभिनंदन किया जब वह मंगलवार की शाम को अंतिम क्षणों में लोकसभा में दाखिल हुए थे। वह न तो मुस्कुराए और न ही इस ऐतिहासिक क्षण को मनाने के लिए हो रहे शोर-शराबे में शामिल हुए, गृहमंत्री अमित शाह को उनके 55 मिनट के भाषण के दौरान सदस्यों द्वारा बार-बार मिल रहे उत्साह के समय भी प्रधानमंत्री तनाव में दिखाई दिए जैसे कि वह आमतौर पर नहीं होते। इस सारे समय में शाह ने खूब वाहवाही लूटी।
प्रधानमंत्री ने उस समय कम से कम 100 बार मेज थपथपाई थी जब वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने पिछले महीने केंद्रीय बजट पेश किया था, लेकिन जम्मू-कश्मीर विधेयक पारित होने पर वह एक बार भी नहीं मुस्कुराए। प्रधानमंत्री ने राष्ट्र के नाम अपने भाषण के दौरान कहा कि कश्मीर समस्या को सुलझाने के लिए 4 प्रस्तावों को लाने और संसद का सत्र 10 दिन तक बढ़ाने के दौरान काफी बातों से गुजरना पड़ा लेकिन इसका श्रेय लेने की बजाय उन्होंने अपने सबसे विश्वासपात्र कैबिनेट मंत्री अमित शाह को मैदान में उतारा है।
वास्तव में प्रधानमंत्री ने सोमवार की सुबह उनके निवास पर हुई कैबिनेट की बैठक में कोई टिप्पणी नहीं की। जब इस संबंध में सम्पर्क किया गया तो सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने इस बात का खंडन किया कि प्रधानमंत्री ने इस संबंध में कोई टिप्पणी की। उन्होंने केवल विधेयकों के विषय के बारे में अपने सहयोगियों को संक्षिप्त जानकारी दी थी। मीडिया रिपोर्टों के विपरीत सुरक्षा पर कैबिनेट कमेटी (सी.सी.एस.) ने जम्मू-कश्मीर के विधेयकों को मंजूरी दी थी न कि केंद्रीय कैबिनेट ने। अमित शाह के साथ सी.सी.एस. की बैठक के बाद प्रधानमंत्री कैबिनेट रूम में शामिल हुए। जब प्रधानमंत्री ने फैसलों की घोषणा की तो कैबिनेट मंत्रियों ने बार-बार मेज थपथपाई। -पंजाब केसरी