नहीं रहीं भारत की पहली महिला क्रिकेट कमेन्‍टेटर डॉ चन्‍द्रा नायडू

:: न्‍यूज मेल डेस्‍क ::

भारत की पहली महिला क्रिकेट कमेंटेटर चंद्रा नायडू का निधन हो गया है। वह देश के पहले टेस्ट कप्तान सी के नायडू की बेटी थीं। उन्होंने अपनी पहली कमेन्ट्री राष्ट्रीय चैंपियन बॉम्बे (अब मुंबई) और इंदौर में एमसीसी के बीच 1977 में एक मैच के दौरान की थी। उन्होंने अपने दिवंगत पिता, जो एक प्रतिष्ठित क्रिकेटर थे, पर एक पुस्‍तक भी लिखी थीं जिसका नाम है  'सीके नायडू: ए डॉटर रिमेम्बर्स (CK Nayudu: A Daughter Remembers)'। 88 वर्षीय चन्‍द्रा नायडू लंबे समय से बीमार चल रही थी। वह अविवाहित थीं। 

क्रिकेट के जानकारों के मुताबिक चंद्रा नायडू भारत की शुरूआती महिला कमेंटेटरों में से एक थीं। उन्होंने नेशनल चैंपियंस बॉम्बे और एमसीसी की टीमों के बीच इंदौर में वर्ष 1977 में खेले गए क्रिकेट मैच में पहली बार कमेंट्री की थी। हालांकि, चंद्रा नायडू क्रिकेट कमेंटेटर के रूप में पेशेवर तौर पर लंबे समय तक सक्रिय नहीं रही थीं। वह इंदौर के शासकीय कन्या महाविद्यालय से अंग्रेजी की प्रोफेसर के रूप में सेवानिवृत्त हुई थीं।

चंद्रा नायडू वर्ष 1982 में लॉर्ड्स क्रिकेट मैदान पर भारत और इंग्लैंड के बीच खेले गए स्वर्ण जयंती टेस्ट मैच की गवाह बनी थी। वहां उन्होंने लॉर्ड्स कमेंट्री रूम में एक कार्यक्रम को संबोधित भी किया था।  इस बीच, बीसीसीआई के पूर्व सचिव संजय जगदाले ने चंद्रा नायडू के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि वह देश के महिला जगत में क्रिकेट कमेंट्री की पुरोधा थीं और उन्होंने मध्यप्रदेश में महिला क्रिकेट को आगे बढ़ाने में भी योगदान किया था। जगदाले ने कहा, 'मुझे याद है कि अलग-अलग शहरों में आयोजित मैचों के लिए चंद्रा नायडू राज्य की महिला क्रिकेट टीमों के साथ प्रबंधक तथा अन्य भूमिकाओं में जाती थीं और खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाती थीं।'

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