प्रेस की स्वतंत्रता मामले में भारत 11 पायदान नीचे गिरकर 161 नंबर पर
प्रेस की स्वतंत्रता की दशा भारत में लगातार गिरती ही जा रही है। विश्व की जानी मानी सर्वेक्षण संस्था RSF अर्थात 'रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स' का मानना है कि पत्रकारों के खिलाफ हिंसा, राजनीतिक पक्षपात, मीडिया के स्वामित्व पर बढ़ती धनाढ़य घरानों की मोनोपॉली प्रदर्शित करती है कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में प्रेस की स्वतंत्रता संकट में है। 2014 से, कथित हिंदू राष्ट्रवाद समर्थक भारतीय जनता पार्टी के अवतार बने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शासनकाल में स्थिति लगातार बदहाल होती जा रही है। महज एक वर्ष के अंतराल पर तुलना करें, तो दुनिया भर के 180 देशों में भारत जहां 2022 में 150 वें स्थान पर थ