‘वंदे मातरम’ एक ‘हथियार’ भी है!
इनके पास धार्मिक/सांप्रदायिक गोलबंदी, या कहें, ‘हिंदुओं का खून खौलने’ के लिए मुद्दों और तरीकों की कमी नहीं है. ये इनका प्रयोग लागातर करते रहते ...
इनके पास धार्मिक/सांप्रदायिक गोलबंदी, या कहें, ‘हिंदुओं का खून खौलने’ के लिए मुद्दों और तरीकों की कमी नहीं है. ये इनका प्रयोग लागातर करते रहते ...
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने गुरुवार को चेताया कि नेपाल, श्रीलंका और बांग्लादेश में हालिया अशांति डॉ. भीमराव अंबेडकर द्वारा कही गई ‘व्याकरण ऑफ एनार्की’ की झलक है। उन्होंने कहा कि इस तरह की अस्थिरता पैदा करने वाली ताकतें भारत के अंदर और बाहर दोनों जगह सक्रिय हैं। नागपुर के रेशीमबाग में विजयादशमी उत्सव को संबोधित करते हुए, जो आरएसएस की शताब्दी वर्षगांठ का भी हिस्सा था, भागवत ने कहा— हिंसा और उग्र आंदोलन किसी भी सकारात्मक बदलाव का मार्ग नहीं होते। उन्होंने स्पष्ट कहा कि “डॉ. अंबेडकर ने ...
वाशिंगटन: यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने सोमवार को वाशिंगटन में अमेरिकी राष्ट्रपति और यूरोपीय नेताओं के साथ अहम वार्ता की। जेलेंस्की ने इस मुलाकात की तस्वीरें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर कीं। उन्होंने कहा कि यह वार्ता युद्ध समाप्त करने और यूक्रेन व हमारे लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित ...
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मणिपुर में दो साल से जारी जातीय हिंसा के बाद पहली बार राज्य का दौरा किया, जिस वजह से कई स्थानीय नागरिकों के मन में मिश्रित भावनाएँ हैं—कुछ लोगों में उम्मीद तो कईयों में निराशा और गुस्सा भी दिखा।मोदी के दौरे पर जनता की प्रतिक्रियाइंफाल से कांगला फोर्ट तक की सड़कों को सजाया गया और सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई।बड़ी-बड़ी परियोजनाओं के होर्डिंग्स से शहर की सूरत बदली गई, पर स्थानीय नागरिकों—खासकर हिंसा से प्रभावित और विस्थापित लोगों—का दर्द अभी भी बाकी है।कई लोग कहते हैं: ...
नई दिल्ली. दिग्गज बॉलीवुड एक्ट्रेस रेखा ने एक बार फिर अपनी सुंदरता से अपने फैंस को हैरान कर दिया है. इस बार उन्होंने हाथ से बुनी हुई सुनहरी धारियों वाली साड़ी पहनी थी, एक्ट्रेस का ये साड़ी लुक देख लोगों की नजरें ठहर गई हैं. अपनी बेबाक अंदाज के लिए ...
नई दिल्ली : भारतीय सेना के सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लों ने देशवासियों से अपील की है कि वे एशिया कप में भारतीय क्रिकेट टीम के मुकाबले न देखें। उनका कहना है कि पाकिस्तान प्रायोजित आतंकियों द्वारा की गई बर्बर वारदातों को याद रखते हुए इस टूर्नामेंट का बहिष्कार होना ...
इनके पास धार्मिक/सांप्रदायिक गोलबंदी, या कहें, ‘हिंदुओं का खून खौलने’ के लिए मुद्दों और तरीकों की कमी नहीं है. ये इनका प्रयोग लागातर करते रहते ...