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गिरिहीह: मृत पिता को तंत्र-मंत्र से जिंदा करने की आस में एक साल तक घर में रखा शव

गिरिडीहः मृत पिता को दुबारा जिंदा करने का जिदृद ठाने बेटा पिता विश्वनाथ प्रसाद सिन्हा के डेथबाॅडी को करीब एक साल तक कभी घर तो कभी बाहर रखकर तंत्र-मंत्र कर पिता को जीवित करने का प्रयास लगातार करता रहा। इस एक साल में आरोपी बेटा प्रशांत सिन्हा पिता के शरीर में केमिकल लगाने के साथ पिता के शरीर को बर्फ की सिल्ली में लिटाकर रखता था। बेटा प्रशांत यह सब इसलिए करता था कि पिता का शरीर खराब नहीं हो, और बदबू नहीं फैले। जिसे मुहल्ले वालों को उसके करतूत की भनक नहीं लग सके। क्योंकि वह हर हाल में पिता को दुबारा जीवित करने के प्रयास में था। लिहाजा, मृत पिता के शरीर को करीब एक साल से रखकर तंत्र-मंत्र करता रहा। वैसे आरोपी बेटे के इस हरकत का विरोध उसकी मां अनु कुमारी और छोटी बहन ममता सिन्हा द्वारा किए जाने की बात सामने आ रही है। लेकिन मुहल्ले वाले मां और बहन के इन बातों से भी इंकार कर रह है। मां जहां सेवानिवृत शिक्षिका थी। वहीं छोटी बहन ममता भी घर में रहकर बच्चों को पढाती थी। मामले में दिलचस्प पहलू यह भी है कि जिस घर का यह मामला है वह शहर के मकतपुर रोड स्थित इंदिरा काॅलोनी स्थित व्यस्त एरिया है। बावजूद आरोपी बेटे द्वारा लगातार इस करतूत को अंजाम दिया जा रहा था। इस बीच मामले का खुलासा जब हुआ, और पुलिस पहुंची तो बेटा खुद को बचाने के लिए कई मनगढत बातें कहना शुरु कर दिया। बचाव को लेकर ही बेटा ने बताया कि वह पिता से बहुत प्यार करता था। पिता के याद को जेहन में बसाने के लिए वह डेथबाॅडी घर पर रखे हुए था।

मामले का खुलासा शनिवार की देर शाम उस वक्त हुआ, जब आरोपी बेटा प्रशांत कुमार सिन्हा घर में पिता के डेथबाॅडी के समीप तंत्र-मंत्र की साधना कर रहा था। इस दौरान मां अनु ने जब बेटे की हरकत का विरोध की, तो बेटा प्रशांत अपनी मां की पीटाई कर यह कहते घर से बाहर निकाल दिया, कि वह अपने पिता को प्यार करता है। लिहाजा, पिता के शव को जला नहीं सकता है। आरोपी बेटा प्रशांत बीएससी का छात्र बताया जा रहा है। इस दौरान मुहल्ले के युवकों में टिंकू अग्रवाल, सोनू कुमार और विशाल कटरियार उर्फ विक्की ने प्रशांत के पीटाई का विरोध किया। इसके बाद ही मां ने खुलासा करते हुए बताया कि उनका बेटा प्रशांत पिता के शव को रखकर तंत्र-मंत्र कर रहा है। मां की बातों को सुनने के बाद मुहल्ले वाले घर में घुसे, तो देखा कि घर के एक कमरे में गल चुका शरीर पीठ के बल पडा है। जिसके बाद पूरे मुहल्ले में कोहराम मच गया। और काफी संख्या में लोगों की भीड जुट गई। इस बीच मुहल्ले वालों ने मामले की जानकारी नगर थाना पुलिस को दिया। पुलिस के पहुंचने के बाद आरोपी बेटे को जहां पुलिस पकड कर थाना ले गई। वहीं पुलिस पूछताछ के लिए मां को भी साथ ले गई।

बताया जा रहा है कि इंदिरा काॅलोनी निवासी विश्वनाथ प्रसाद सिन्हा का बीतें जनवरी माह में तबीयत अधिक बिगड गई थी। हालांकि पिता की तबीयत बिगडने के बाद उनकी दोनों बेटियों ने चिकित्सक के पास इलाज भी कराया। लेकिन तबीयत अधिक बिगडने के कारण विश्वनाथ की मौत हो गई। इसके बाद बेटे प्रशांत ने दुबारा जीवित करने को लेकर तंत्र-मंत्र करता रहा। इस दौरान छोटीे बहन ममता से पूछे जाने पर छोटी बहन ने बताया कि उसे भी जानकारी नहीं है कि पिता की मौत कब हुई? कारण कि उसका भाई पिता को लेकर कभी हैदराबाद तो कभी रांची रहकर इलाज कराने की बात किया करता था। तीन दिन पहले ही उसका भाई पिता को लेकर घर लौटा है। लेकिन यह नहीं बता सकती है कि जिस दिन उसका भाई पिता को लेकर घर लौटा था। वह जिंदा थे, या मर गए थे। वहीं मां अनु का कहना है कि उसके पति की मौत के बाद वह बेटे को कई बार कह चुकी थी, कि पिता के शरीर को जला दे। घर पर बाॅडी रखना ठीक नहीं है।

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