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एसीबी ने गिरिडीह भू-संरक्षण विभाग के दो कर्मचारी को घूस लेते दबोचा

गिरिडीहः गिरिडीह के भूमि संरक्षण विभाग में लाखों के बेनामी संपति के कार्यरत दो कर्मियों को धनबाद भष्ट्राचार निरोधक ब्यूरो एसीबी के अधिकारियों ने 60 हजार घूस लेते रंगेहाथ दबोचा। जिन दो कर्मियों को एसीबी ने छापेमारी में घूस लेते रंगेहाथ दबोचा। उनमें भूमि संरक्षण विभाग के फील्ड चैनमैन सह एकांउटेट राकेश पाॅस्कल और लिपिक राकेश कुमार शामिल है। वहीं एसीबी की कार्रवाई में ही दोनों कर्मियों के पास से 3 लाख नगद से भरा बैग भी जब्त किया गया है। जबकि दोनों कर्मियों के दो अलग-अलग बैंक खातों को भी सीज कर दिया गया है। जिसमें एक बैंक आॅफ महाराष्ट्र और भारतीय स्टेट बैंक के खाते शामिल है। दोनों के बैंक खातों में 10-10 लाख से अधिक नगद मौजूद होने की बात कही जा रही है। कार्रवाई के दौरान दोनों कर्मियों के हजारीबाग में भी जमीन और बैंक खाते मौजूद होने की बात सामने आई है। लिहाजा, अब एसीबी के पदाधिकारी उन जमीनों और बैंकों को भी खंगाल सकते है। 
छापेमारी की कार्रवाई धनबाद एसीबी के डीएसपी चन्द्रशेखर और एसआई कृष्णानंद सिंह के अगुवाई में गुरुवार की सुबह छह पदाधिकारियों की टीम ने शहर के बरगंडा रोड में किया। जानकारी के अनुसार दोनों कर्मी शहर के बरगंडा रोड निवासी जर्नादन सिंह के मकान में एक ही कमरे में किराये पर रहते है। एसीबी के पदाधिकारियों की टीम सुबह 10 बजे दोनों आरोपी कर्मियों के कमरे में शिकायतकर्ता के साथ पहुंचे। इसके बाद दोनों कर्मियों को शिकायतकर्ता डुमरी के तेलखारो गांव निवासी अशोक कुमार को केमिकलयुक्त नोट देते हुए आरोपी दोनों कर्मियों को देने को कहा। शिकायकर्ता से 60 हजार नगद लेते ही दोनों कर्मियों को एसीबी के पदाधिकारियों ने धरदबोचा। इस दौरान कमरे से 3 लाख नगद से भरा बैग भी जब्त किया गया है। जिसमें 500 सौ और 2000 हजार के नए नोट होने की बात कही जा रही है। हालांकि बैग में तीन लाख से अधिक नगद मौजूद होने की बात कही जा रही है। 
इस कार्रवाई के तुंरत बाद एसीबी के पदाधिकारी दोनों कर्मियों को लेकर पहले सदर प्रखंड परिसर स्थित भूमि संरक्षण विभाग कार्यालय भी पहुंचे। जहां योजनाओं के दस्तावेजों को खंगाला। जानकारी के अनुसार भूमि संरक्षण के योजना 15 लाख की राशि से डुमरी के तेलखारा में तालाब का निर्माण किया जाना था। जिसमें योजना के लाभुक सह शिकायतकर्ता अशोक कुमार को 8 लाख का भुगतान किया गया था। वहीं शेष 7 लाख का भुगतान के लिए शिकायतकर्ता अशोक से एकांउटेट पाॅस्कल और लिपिक राकेश ने 1 लाख 70 हजार का डिमांड किया था। जिसमें पहली किस्त गुरुवार को 60 हजार देना था। बताया जा रहा है कि फील्ड चैनमैन पाॅस्कल जब हजारीबाग में थे, तो पाॅस्कल ने भष्ट्राचार के माध्यम से लाखों रुपये वहां भी अर्जित किया था। हजारीबाग में पोस्टेड रहते हुए भी चैनमैन पाॅस्कल एसीबी के हत्थे चढ चुका है। इसके बाद पाॅस्कल गिरिडीह आ गए। जहां लिपिक राकेश कुमार के साथ योजनाओं के लाभुकों से घूस मांगना शुरु कर दिया।

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