गिरिडीह: लोकसभा चुनाव को लेकर झारखण्ड में महागठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर सहयोगी दलों के बीच रूठने और मनाने का सिलसिला लगातार चल रहा है। इसी कड़ी में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ अजय कुमार बुधवार की सुबह अचानक झाविमो सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी के गिरिडीह स्थित आवास पर पहुंच गए। इसे महागठबंधन को टूटने से बचाने की कवायद के तौर पर देखा जा रहा है। कांग्रेस स्थिति को भांपते हुए डैमेज कंट्रोल में लग गई है।दोनों के बीच करीब एक घंटे तक बातचीत हुई। जानकारी के मुताबिक बाबूलाल अभी भी गोड्डा सीट लेने के लिए अड़े हुए हैं।
बाबूलाल सुलझे हुए नेता, सब ठीक हो जाएगा : डॉ अजय
बाबूलाल मरांडी से मुलाकात के बाद कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ अजय कुमार का कहना है कि बाबूलाल मरांडी एक सुलझे हुए नेता हैं। भाजपा को रोकने के लिए महागठबंधन में शामिल सभी दल एक जुट हैं। वे बाबूलाल को मनाने नहीं है, बल्कि बाबूलाल के घर शिष्टाचार मुलाकात करने और चाय पीने गए थे।
गोड्डा सीट पर झाविमो का हक : बाबूलाल
इधर बाबूलाल मरांडी का तर्क है कि जिस लोकसभा में पार्टी मजबूत है, सीट उसी पार्टी को मिलनी चाहिए। जेवीएम ने गोड्डा में संघर्ष किया है और वहां की जनता और कार्यकर्त्ता की मांग है कि जेवीएम ही गोड्डा से चुनाव लड़े।
महागठबंधन में कोई समस्या नहीं : आरपीएन सिंह
इधर देवघर में आयोजित कांग्रेस की रैली में शामिल होने के क्रम में गिरिडीह में रूके हुए कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता और झारखंड प्रभारी आरपीएन सिंह ने मीडिया को बताया कि लोकसभा चुनाव में महागठबंधन पूरी मजबूती से एकजुट होकर भाजपा के खिलाफ लड़ेगा। गोड्डा और अन्य सीटों पर हो रहे खींचतान के सवाल पर उन्होंने कहा कि झाविमो और राजद महागठबंधन का महत्त्वपूर्ण हिस्सा है। गोड्डा समेत अन्य सीटों पर आपसी सहमति बन चुकी है। सभी मिलकर बाकी परेशानियों को दूर कर लेंगे।
सीट बंटवारे पर चल रही है दलों की नाराज़गी
शुरुआती सीट बंटवारे के फार्मूले पर झाविमो और राजद जैसे दल कांग्रेस के फैसले से नाराज़ चल रहे हैं। गोड्डा सीट को झाविमो ने अपनी प्रतिष्ठा का सवाल बना लिया है। इसके लिए पार्टी के लोग अकेले चुनाव लड़ने तक की बात कह रहे हैं। वहीं झामुमो भी विधायनसभा चुनाव के लिए साथ में सीटों के बंटवारे की बात कहकर महागठबंधन पर दबाव बनाए हुए है।