बेंगलुरू: दसॉ एविएशन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) एरिक ट्रेपियर ने बुधवार को कहा कि भारत और फ्रांस के बीच हुए 36 राफेल लड़ाकू विमान में ‘कोई घोटाला’ नहीं हुआ है और कहा कि अगर भारत को और ज्यादा लड़ाकू विमान चाहिए तो उनकी कंपनी को विमान आपूर्ति करने में खुशी होगी। ट्रेपियर ने एयरो इंडिया एयरशो से इतर पत्रकारों से कहा, “राफेल के संबंध में कोई घोटाला नहीं हुआ है। हमें 36 लड़ाकू विमानों का आग्रह किया गया था और हम 36 विमानों की आपूर्ति करने वाले हैं। अगर भारत सरकार और लड़ाकू विमान चाहती है तो हमें आपूर्ति करने में खुशी होगी।”
उन्होंने कहा, “इसके अलावा 110 लड़ाकू विमानों के लिए एक रिक्वेस्ट फॉर इनफोर्मेशन(आरएफआई) भी है। हम एक उम्मीदवार हैं क्योंकि हम महसूस करते हैं कि राफेल एक सर्वश्रेष्ठ विमान है और भारत में हमारे पदचिह्न् हैं। यह सिर्फ दसॉ के बारे में नहीं है, लेकिन कई अन्य कंपनियां भारतीय कंपनियों के साथ साझेदारी में है और संयुक्त उपक्रम में है।”
कांग्रेस राफेल सौदा मामले में लगातार नरेंद्र मोदी नीत सरकार पर नियमों को ताक पर रखने और क्रॉनी पूंजीवाद का आरोप लगाती रही है। पार्टी इसके अलावा सौदे के संबंध में जेपीसी की भी मांग करती रही है।