रियाद: कोरोना वायरस संकट के मद्देनजर देशभर में लगाए गए कर्फ्यू को सऊदी अरब ने खत्म कर दिया है। इसके साथ ही अब देशभर में आर्थिक और व्यवसायिक गतिविधियां फिर से शुरू हो जाएंगी। हालांकि कर्फ्यू खत्म होने के बाद भी आम लोगों की आवाजाही को लेकर कई तरह की पाबंदियां लागू रहेंगी।
सऊदी अधिकारियों ने बताया है कि कर्फ्यू खत्म होने से देश में आर्थिक और व्यवसायिक गतिविधियां फिर शुरू हो जाएंगी, लेकिन देश में अभी भी अंतर्राष्ट्रीय और धार्मिक यात्रा बंद रहेगी।
बता दें कि बीते दिन ही सऊदी सरकार ने एक बड़ा फैसला लेते हुए मक्का शहर के सभी मस्जिदों ( Mosque ) को खोलने का निर्णय किया था। कोरोना वायरस के कारण तीन महीने पहले इसे बंद कर दिया गया था। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इस दौरान यहां स्वास्थ्य संबंधी सख्त सावधानियों का पालन करना होगा।
जुलाई से शुरू होगी हज यात्रा!
बता दें कि जुलाई से हज यात्रा शुरू होगी, लेकिन सऊदी प्रशासन की ओर से अभी इसको लेकर कोई ऐलान नहीं किया गया है। मीडिया रिपोर्ट में पहले कुछ ऐसी खबरें आई थी कि हज यात्रा को लेकर सऊदी अधिकारी बैठकें कर रहे हैं और एक सप्ताह के अंदर ही हज को लेकर बड़ी घोषणा कर सकते हैं। हालांकि अभी तक इसपर कोई फैसला नहीं आया है। मालूम हो कि हर साल हज करने के लिए 20 लाख के करीब तीर्थयात्री सऊदी अरब आते हैं।
कोटे से केवल 20 फीसदी लोग कर सकते हैं हज
कोरोना संक्रमण को देखते हुए सऊदी सरकार ने मार्च में ही तमाम देशों से अपील की थी कि हज के कोटे को अभी कम रखें। यानी कि जिस देश के लिए हज यात्रियों की संख्या निर्धारित की गई है उसमें अभी कमी रखें।
मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि सऊदी प्रशासन इस साल बुजुर्ग तीर्थयात्रियों पर प्रतिबंध और गंभीर स्वास्थ्य जांच सहित कई तरह के अन्य प्रतिबंधों पर विचार कर रहा है। ऐसे में निर्धारित कोटे से अब केवल 20 फीसदी लोग ही हज पर आ सकेंगे। बता दें कि सऊदी अरब की अर्थव्यवस्था में हज और उमराह से होने वाली आमदनी सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
गौरतलब है कि सऊदी अरब में कोरोना की वजह से अब तक बता दें कि 1230 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि संक्रमितों की संख्या 154,233 हो गई है। सऊदी में कोरोना का पहला मामला 2 मार्च को सामने आया था, जिसके बाद तेजी से फैलता जा रहा है।




