रामल्लाह: इस्राइल फिलिस्तीन के रिहा होने वाले कैदियों से इतना डरा हुआ है कि उनके रिहा होने के बाद भी इस्राइल नहीं चाहता है कि वो वापस फिलिस्तीन जाएं. इसलिए ऐसे लगभग 60 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करने का बाद उन्हें फिलिस्तीन के बजाए तुर्किये, कतर, मलेशिया और पाकिस्तान जैसे देशों में भेजा जाएगा. एक फिलिस्तीनी अफसर ने कहा है कि युद्ध विराम समझौते के तहत इजराइल द्वारा रिहा किए गए मिस्र में बंद 60 फिलिस्तीनी कैदियों को तुर्किये, कतर, मलेशिया और पाकिस्तान भेजा जाएगा. फिलिस्तीनी कैदी क्लब के प्रमुख अब्दुल्ला ज़गारी ने बताया कि इजरायली ने रिहा किए गए कैदियों को रेड क्रॉस की अंतर्राष्ट्रीय समिति को सौंप दिया है. रिहा किए गए कैदियों में से 150 गाजा पट्टी से, 32 पश्चिमी तट से थे और बाकी एक, जो मिस्र की नागरिकता रखता है, को मिस्र वापस भेजा जाएगा.
चार देश संभालेगा 15- 15 रिहा किये गए कैदी
फिलिस्तीनी कैदी क्लब के प्रमुख अब्दुल्ला ज़गारी ने कहा, “वर्तमान में 70 फिलिस्तीनी कैदी मिस्र की नई प्रशासनिक राजधानी के एक होटल में निर्वासन के इंतजार में रह रहे हैं. इनके रिहा होने के बाद तुर्किये, कतर, मलेशिया और पाकिस्तान चारों मुल्कों में से सभी देश 15 फिलिस्तीनी कैदियों की मेजबानी करेगा.” ज़गारी ने कहा, इनमे से बचे कैदियों के लिए मेजबानी करने के लिए दीगर मुल्कों के साथ चर्चा चल रही है.
इसलिए इन कैदियों से डरता है इस्राइल
टाइम्स ऑफ इजरायल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायल ने मांग की है कि सबसे गंभीर अपराधों के कसूरवार फिलिस्तीनियों को गाजा पट्टी या वेस्ट बैंक में नहीं छोड़ा जाए. मिस्र ने इन कैदियों को अस्थायी रूप से रखने पर अपनी रजामंदी दी है. फिलिस्तीनी सूत्रों के मुताबिक, शनिवार को इससे पहले इजरायल ने हमास के साथ चल रहे युद्ध विराम समझौते के तहत चौथे कैदी-से-बंधक अदला-बदली में 183 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया था.
अबतक सैकड़ों कैदी हो चुके हैं रिहा
गौरतलब है कि मिस्र, कतर और अमेरिका ने मध्यस्थ की भूमिका निभाते हुए 15 जनवरी को एक संयुक्त बयान में घोषणा की कि हमास और इजरायल युद्ध विराम समझौते पर पहुंच गए हैं, जिसमें कैदियों और बंधकों की अदला-बदली शामिल है. इसका मकसद दोनों मुल्कों के बीच शांति और स्थायी युद्ध विराम को बढ़ावा देना है. 19 जनवरी को सीज फायर लागू होने के बाद से, हमास ने इजरायल द्वारा अपनी जेलों से सैकड़ों फिलिस्तीनियों को रिहा करने के बदले में 18 बंधकों को रिहा किया है.