गुवाहाटी: मणिपुर के राज्यपाल अजय कुमार भल्ला ने 10 फरवरी से शुरू होने वाले मणिपुर विधानसभा के सत्र को बुलाने के पहले के आदेश को रद्द कर दिया है. यह फैसला मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के रविवार को इस्तीफा देने के बाद लिया गया. मणिपुर विधानसभा की ओर से रविवार देर शाम जारी एक अधिसूचना में इसकी जानकारी दी गई.
अधिसूचना में भारत के संविधान के अनुच्छेद 174 के खंड (1) के तहत राज्य के राज्यपाल के आदेशों का हवाला दिया गया. इसमें 24 जनवरी, 2025 के आदेश को रद्द कर दिया. इस आदेश में विधानसभा का सत्र बुलाने का आह्वान किया गया था.
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने अपने कई कैबिनेट सहयोगियों और राज्य भाजपा अध्यक्ष के साथ रविवार शाम राज्यपाल अजय कुमार भल्ला से मुलाकात की और अपना इस्तीफा सौंप दिया. इस कदम से राज्य में राजनीतिक अनिश्चितता पैदा हो गई है, जहां पिछले दो साल से जातीय उथल-पुथल चल रही है.
बता दें कि बढ़ते मतभेदों से परेशान मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने रविवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने इंफाल के राजभवन में राज्यपाल अजय कुमार भल्ला को अपना त्यागपत्र सौंप दिया. राज्य में भाजपा सरकार का नेतृत्व करने वाले बीरेन सिंह ने राज्य विधानसभा के बजट सत्र के शुरू होने से एक दिन पहले पद छोड़ा.
चर्चा है कि विधायकों के एक बड़े वर्ग ने मुख्यमंत्री के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की धमकी दी थी. इससे पहले दिन में बीरेन सिंह ने दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की. बाद में वह भाजपा सांसद संबित पात्रा, राज्य के मंत्रियों और विधायकों के साथ मणिपुर के राज्यपाल से मिलने गए.