बहुचर्चित लेखिका अरूंधती राय ने एक लेख लिखकर प्रधानमंत्री मोदी पर जबरदस्त हमला बोला है। द वायर नामक वेब पत्रिका में छपे उस लेख में अरूंधती ने लिखा है: हमें सरकार की जरूरत है। बहुत बुरी तरह से। जो हमारे पास है नहीं। सांस हमारे हाथ से निकलती जा रही है। हम मर रहे हैं। हमारे पास यह जानने का भी कोई सिस्टम नहीं है कि जो मदद मिल भी रही है, इसका इस्तेमाल कैसे हो पाएगा।
क्या किया जा सकता है? अभी, फौरन?
हम 2024 आने का इंतजार नहीं कर सकते हैं। मेरे जैसे इंसान ने कभी सोचा भी नहीं था कि ऐसा भी कोई दिन आएगा जब हमें प्रधानमंत्री से किसी भी चीज के लिए याचना करनी होगी।
निजी तौर पर मैं उनसे कुछ भी मांगने से पहले जेल जाना पसंद करती। लेकिन आज, जब हम अपने घरों में, सड़कों पर, अस्पतालों में, खड़ी कारों में, बड़े महानगरों में, छोटे शहरों में, गांव में, जंगलों और खेतों में मर रहे हैं- मैं एक सामान्य नागरिक के तौर पर, अपने स्वाभिमान को ताक पर रखकर करोड़ों लोगों के साथ मिलकर कह रही हूं, महोदय! कृपया, आप गद्दी छोड़ दीजिए। अब तो कम से कम कुर्सी से उतर जाइए।
इस समय मैं आपसे हाथ जोड़ती हूं, आप कुर्सी से हट जाइए। यह संकट आप की ही देन है। आप इसका समाधान नहीं निकाल सकते हैं। आप इसे सिर्फ बद से बदतर करते जा रहे हैं।
अरूंधती आगे लिखती हैं: अगर आप पद से नहीं हटते हैं तो, हममें से लाखों लोग बिना किसी वजह के मारे जाएगें। इसलिए अब आप जाइए। झोला उठा के। अपनी गरिमा को सुरक्षित रखते हुए।
एकांतवास में आप अपनी आगे की जिंदगी सुकून से जी सकते हैं। आपने खुद कहा था कि आप ऐसी ही जिंदगी बसर करना चाहते हैं। इतनी बड़ी संख्या में लोग इसी तरह मरते रहे, तो वैसा संभव नहीं हो सकेगा।
आपकी पार्टी में ही कई ऐसे लोग हैं जो अब आपकी जगह ले सकते हैं। वे लोग संकट की इस घड़ी में राजनीतिक विरोधियों से मदद लेना जानते हैं।
इसलिए कृपया आप (नरेन्द्र मोदी) गद्दी छोड़ दीजिए। जबावदेही का यही एक काम आप कर सकते हैं। आप हमारे प्रधानमंत्री होने का नैतिक अधिकार खो चुके हैं।