नई दिल्ली: देश में आर्थिक मंदी के बीच अमेरिकी रेटिंग एजेंसी मूडीज ने शुक्रवार को 2019 के लिए भारत की जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) विकास दर के अनुमान को घटाकर 6.2 फीसदी कर दिया, जबकि एजेंसी ने पहले इसके 6.8 फीसदी रहने का अनुमान लगाया था। इसके साथ ही एजेंसी ने एशिया प्रशांत क्षेत्र की 16 अन्य अर्थव्यवस्थाओं के लिए भी विकास दर के अनुमान में कटौती की है।
मूडीज इंवेस्टर सर्विस रिपोर्ट में साल 2020 के लिए भी भारत के जीडीपी विकास दर अनुमानों में 0.6 फीसदी की कटौती की गई है और उसे 6.7 फीसदी बताया गया है। मूडीज ने कहा कि व्यापार भावना में मितव्ययिता और कार्पोरेट्स कर्ज के धीमे प्रवाह के कारण भारत में निवेश की रफ्तार कम है। बहुराष्ट्रीय रेटिंग कंपनी के मुताबिक, कमजोर वैश्विक अर्थव्यवस्था ने एशियाई देशों के निर्यात को प्रभावित किया है और अनिश्चित परिचालन माहौल के कारण निवेश में कमी आई है।
घरेलू कारकों का भारत, जापान और फिलीपींस की अर्थव्यवस्था पर ज्यादा प्रभाव
रिपोर्ट में कहा गया कि बाहरी देशों की तरफ उन्मुख अर्थव्यवस्थाओं में साल 2019 के पहले छह महीनों में तेज गिरावट आई है, जबकि घरेलू कारकों का भारत, जापान और फिलीपींस की अर्थव्यवस्था पर ज्यादा प्रभाव पड़ा है। जिन 16 अर्थव्यवस्थाओं का सर्वेक्षण किया गया, उसमें हांगकांग और सिंगापुर में इस साल जीडीपी की विकास दर में सबसे ज्यादा कमी दर्ज की गई। वहीं, मलेशिया और श्रीलंका में राजकोषीय घाटा पर काबू पाने के प्रयासों के कारण विकास दर घट रही है।