नया संसद भवन/परिसर : ‘राजा’ की सनक का एक और उदहारण!
अमूमन हर राजा-बादशाह और शासक अपने कार्यकाल में कुछ ऐसा कर जाना चाहता था, जिस कारण इतिहास में उसे खास स्थान मिल जाये. वे इसके लिए खर्च की परवाह नहीं करते थे. उनको पूछना भी किससे था. सरकारी खजाना अपनी … Read the rest