संपूर्ण क्रांति : पचास साल का अधूरा सफर
वर्ष 1974 में गांधी मैदान (पटना) में लोकनायक जयप्रकाश नारायण द्वारा "संपूर्ण क्रांति' के उद्घोष को पचास वर्ष पूरे हो रहे हैं. उस आंदोलन का मकसद समाज और व्यवस्था में आमूल बदलाव करना था. मगर अफसोस कि वह लक्ष्य अधूरा रह गया! लेकिन उसकी जरूरत और प्रासंगिकता बनी हुई है. इसलिए उस आंदोलन और उस घोषणा को पचास साल होने पर महज औपचारिकता के लिए नहीं, इस दृष्टि से भी याद करने की जरूरत है कि उस अधूरे लक्ष्य को हम भूल नहीं जायें, बल्कि यह विचार कर सकें कि एक बेहतर समाज गढ़ने के उस स्वप्न को साकार करने के लिए क्या किया जा सकता है.