नई दिल्ली: कांग्रेस ने गुरुवार को सीएजी रिपोर्ट का हवाला देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को बर्खास्त करने की मांग की। सीएजी रिपोर्ट में निविदा (टेंडर) जारी किए बिना एमपीएलएडी फंड से एक एनजीओ को लगभग 6 करोड़ रुपये का भुगतान किए जाने की बात कही गई है। विपक्षी पार्टी ने धांधली का आरोप लगाते हुए गुजरात से भाजपा की राज्यसभा सदस्य स्मृति ईरानी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग भी की है।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने सीएजी रिपोर्ट के निष्कर्षो को चिन्हित करते हुए एक ट्वीट में कहा, “समय आ गया है कि केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को बर्खास्त किया जाए और उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम और भारतीय दंड संहिता के विभिन्न प्रावधानों के तहत उचित जांच के लिए एफआईआर दर्ज की जाए।”
उन्होंने कहा, “यह स्पष्ट रूप से पद के दुरुपयोग और जनता के पैसे से धोखाधड़ी का मामला है।”
सुरजेवाला ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तुरंत स्मृति ईरानी को बर्खास्त करना चाहिए और उनके खिलाफ आपराधिक कार्रवाई शुरू करने का आदेश देना चाहिए।
सीएजी की रिपोर्ट में स्मृति ईरानी पर आरोप है कि उन्होंने बिना निविदा जारी किए एक गैर सरकारी संगठन को एमपीएलएडी योजना के अंतर्गत काम करने के लिए 5.93 करोड़ रुपये का अनियमित भुगतान किया। इसमें एनजीओ को 84.53 लाख रुपये का धोखाधड़ी से किया गया भुगतान भी शामिल है।
यह रिपोर्ट मार्च, 2017 को समाप्त हुए वर्ष के लिए सामान्य और सामाजिक क्षेत्र पर आधारित है।
केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने एमपीएलएडी योजना के अंतर्गत कार्यों के कार्यान्वयन के लिए गुजरात के आणंद जिले को अपने नोडल जिले के रूप में चुना था।