लोकसभा चुनाव के नतीजों से पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने बड़ा दावा किया है। बुधवार (15 मई, 2019) को उन्होंने कहा है कि वे लोग बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सरीखे नेताओं की मदद से दिल्ली (केंद्र) में गैर-बीजेपी की सरकार बनवा सकते हैं। उनके अनुसार, चुनावी परिणाम के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के कई सहयोगी बीजेपी का साथ छोड़ सकते हैं। अगर बीजेपी को नतीजों में कम सीटें मिलीं, तब एनडीए में शामिल बिहार सीएम नीतीश सरीखे नेताओं की मदद से दिल्ली में गैर-बीजेपी सरकार बन सकती है।
वरिष्ठ कांग्रेसी नेता ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा, “एक विचारधारा है…गैर-एनडीए या गैर-बीजेपी विचारधारा, क्योंकि एनडीए में भी कुछ घटक ऐसे हैं, जिनके विचार बीजेपी से नहीं मिलते। पर वे सत्ता की वजह से या फिर और अपनी और मजबूरियों से साथ हैं। इनमें अकाली दल और शायद नीतीश कुमार भी हो सकते हैं। एक और दल भी है, जो बीजेपी की विचारधारा से नहीं है, लेकिन एनडीए में है।”
उनके मुताबिक, “मुख्य लड़ाई इस वक्त बीजेपी विचारधारा और गैर-बीजेपी विचारधारा के बीच की है।”
‘पीटीआई’ की रिपोर्ट में उनके हवाले से कहा गया कि नरेंद्र मोदी लगातार दूसरी बार प्रधानमंत्री नहीं बन पाएंगे, क्योंकि केंद्र में गैर-एनडीए और गैर-बीजेपी सरकार बनेगी। बकौल आजाद, “हम आम चुनाव की वोटिंग के आखिरी चरण में हैं। मैं चुनाव के दौरान देश भर में किए हुए प्रचार अभियान के दौरान अपने अनुभव के आधार पर कहा सकता हूं कि न तो बीजेपी की सरकार बनेगी, न ही एनडीए केंद्र में वापसी करेगी।”
बता दें कि नीतीश की पार्टी जनता दल (यूनाइटे), सूबे में बीजेपी के सहयोग से सरकार चला रही है। ये दोनों आम चुनाव भी साथ मिलकर लड़ रहे हैं, जबकि मैदान में उनका सामना महागठबंधन से है।