भाजपा विधायक दल की बैठक शनिवार (26 अक्टूबर) को चंडीगढ़ में होगी, जिसमें खट्टर को फिर से विधायक दल का नेता चुना जाएगा। इसमें केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और पार्टी महासचिव अरुण सिंह बतौर पर्यवेक्षक उपस्थित रहेंगे। इसके बाद भाजपा और जजपा की संयुक्त बैठक भी होगी जिसमें समर्थन दे रहे निर्दलीय विधायक भी मौजूद रहेंगे। यहां पर सरकार बनाने के लिए खट्टर को नेता चुना जाएगा।
विधायक दल की बैठक के बाद खट्टर राज्यपाल से मुलाकात करेंगे। बताया जा रहा है वे आज ही हरियाणा में सरकार बनाने का दावा पेश कर सकते हैं। वहीं दूसरी ओर, जननायक जनता पार्टी (जजपा) के अध्यक्ष दुष्यंत चौटाला भी आज राज्यपाल से करीब 11 बजे मुलाकात करने वाले हैं, जहां वे अपने विधायकों का भाजपा के लिए समर्थन पत्र सौंपेंगे।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शुक्रवार (25 अक्टूबर) को जननायक जनता पार्टी (जजपा) के साथ गठबंधन कर लिया जिसने 90 सदस्यीय विधानसभा में 10 सीटें जीती हैं। उप मुख्यमंत्री जजपा से होगा। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने जजपा नेता दुष्यंत चौटाला के साथ नई दिल्ली में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मुख्यमंत्री भाजपा से और उपमुख्यमंत्री क्षेत्रीय दल जजपा से होगा।
किसी पार्टी को नहीं मिला बहुमत, भाजपा सबसे बड़ी पार्टी: राज्य विधानसभा चुनाव में किसी एक पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं मिला है, हालांकि भाजपा 40 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। चुनाव नतीजे आने के बाद भारतीय जनता पार्टी अगली सरकार बनाने के लिए जरूरी बहुमत के आंकड़े से छह सीट पीछे रह गई। चुनाव में कांग्रेस को 31 सीटों पर जीत मिली है, जबकि जननायक जनता पार्टी (जजपा) को 10 और इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) और हरियाणा लोकहित पार्टी (एचएलपी) को एक-एक सीट मिली हैं। स्वतंत्र उम्मीदवारों ने सात सीटों पर जीत दर्ज की है।
2014 की तुलना में इस बार कम हुआ मतदान: हरियाणा में सोमवार (21 अक्टूबर) को 68 प्रतिशत से अधिक मतदान दर्ज किया गया था जो 2014 में हुए विधानसभा चुनाव की तुलना में कुछ कम था। उस वर्ष 76.54 प्रतिशत मतदान हुआ था। वर्ष 2014 में भाजपा ने 47 सीटों पर जीत दर्ज की थी और कांग्रेस को 15 सीटें मिली थी। इंडियन नेशनल लोकदल ने 19 सीटों पर जीत हासिल की थी और बहुजन समाज पार्टी तथा शिरोमणि अकाली दल को एक-एक सीट मिली थी। पांच निर्दलीय थे। इस बार 105 महिलाओं समेत 1,169 उम्मीदवार मैदान में थे।




