Trending

delhipolic_advocates

दिल्ली पुलिस – वकील : कई मांगों को लेकर अड़े पुलिसकर्मी, सीनियर अधिकारियों ने दिया मांगें मानने का आश्वासन

नई दिल्ली: वकीलों द्वारा अपने खिलाफ मारपीट से आक्रोशित सैकड़ों पुलिसकर्मी अपने ही मुख्यालय के बाहर इंसाफ की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। महकमे के आला अधिकारियों की उन्हें मनाने की अबतक की सारी कोशिशें अब तक नाकाम दिख रही हैं। प्रदर्शनकारी पुलिसकर्मी अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं। दिल्ली पुलिस के जॉइंट कमिश्नर देवेश चंद्र श्रीवास्तव ने पुलिसकर्मियों को इंसाफ का भरोसा देते हुए उन्हें काम पर लौटने की अपील की है। उन्होंने कहा कि मारपीट के आरोपी वकीलों के खिलाफ उचित कार्रवाई होगी और जख्मी पुलिसकर्मियों का सर्वश्रेष्ठ इलाज होगा। हालांकि, प्रदर्शनकारी पुलिसकर्मी इससे संतुष्ट नहीं हुए।
दिल्ली पुलिस मुख्यालय के बाहर डटे प्रदर्शनकारी पुलिसकर्मियों को खुद पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक ने संबोधित किया और उनसे काम पर लौटने की अपील की। सीपी की अपील के बाद भी प्रदर्शनकारी डटे हुए हैं। इसके बाद तमाम आला अधिकारियों ने आक्रोशित पुलिसकर्मियों को मनाने की कोशिश की। जॉइंट सीपी देवेश चंद्र श्रीवास्तव ने पुलिसकर्मियों से कहा कि तीस हजारी कोर्ट में 2 नवंबर की घटना में जो पुलिसवाले घायल हैं, उनका सर्वश्रेष्ठ इलाज हो रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि साकेत कोर्ट में पट्रोलिंग कर रहे पुलिसकर्मी की पिटाई के मामले में FIR दर्ज है और उचित कार्रवाई होगी।

जॉइंट सीपी श्रीवास्तव ने प्रदर्शनकारी पुलिसकर्मियों को भरोसा दिलाया कि साकेत कोर्ट समेत और जगहों पर पुलिस के खिलाफ हिंसा मामले में दोषी वकीलों के खिलाफ उचित कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि आरोपी वकीलों के खिलाफ सरकारी काम में बाधा डालने समेत उचित धाराओं के तहत कार्रवाई होगी। तीस हजारी कांड को लेकर सस्पेंड किए गए पुलिसवालों का निलंबन वापस करने की मांग पर जॉइंट सीपी ने कहा कि इस मामले में कानून के हिसाब से काम होगा। उन्होंने पुलिसकर्मियों से कहा, ‘आप लोग पढ़े लिखे लोग हैं।…यह हाई कोर्ट का फैसला है…हम लोग कानून के रखवाले हैं…जो देश का कानून है उसी के हिसाब से हम लोग इसे टेकल करेंगे’

“आपकी सभी मांगों पर गौर किया जाएगा। साकेत और तीस हजारी कोर्ट के मामलों में एफआईआर दर्ज की गई है। प्रदर्शन करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ नहीं होगी विभागीय कार्रवाई।”
-देवेश चंद्र श्रीवास्तव, जॉइंट सीपी

जॉइंट सीपी के आश्वासनों से भी पुलिसकर्मी संतुष्ट नहीं हुए और काम पर लौटने से इनकार कर दिया। इस दौरान जॉइंट सीपी ने ट्रेनिंग के समय पुलिसकर्मियों को पिलाई गई अनुशासन की घुट्टी की याद दिलाते हुए इशारों-इशारों में यह भी संकेत दिया कि उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई हो सकती है लेकिन प्रदर्शनकारी पुलिसकर्मी टस से मस नहीं हुए।

पुलिसकर्मियों की मांग है कि आरोपी वकीलों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो। जो पुलिसकर्मी सस्पेंड किए गए हैं, उनका निलंबन वापस हो।

ये हैं पुलिसकर्मियों की मुख्य मांगें
1.सस्पेंड किए गए पुलिसकर्मी की बहाली
2. घायल पुलिसकर्मियों को उसी प्रकार मुआवजा जैसे वकीलों को दिया गया है, और वैसी ही इलाज की सुविधा
3.आरोपी वकीलों पर कार्रवाई
4. दिल्ली हाई कोर्ट के आदेश के खिलाफ अपील की जाए
5. उन वकीलों की पहचान जिन्होंने कॉन्स्टेबल के साथ मारपीट की
6. तीस हजारी कोर्ट में गड़बड़ी करने वाले वकीलों के खिलाफ सख्त कार्रवाई
7.पुलिस वेलफेयर यूनियन बनाई जाए, ताकि भविष्य में किसी भी समस्या में हमारे हितों का ध्यान रखा जाए
8. आज आंदोलन करने वाले पुलिसकर्मियों पर कोई कार्रवाई न की जाए

Scroll to Top