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चीन की जीडीपी में डिजिटल अर्थव्यवस्था का अनुपात 30 प्रतिशत

बीजिंग: पिछले कुछ समय में चीन में ऑनलाइन खुदरा, ऑनलाइन शिक्षा, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग, टेलेकम्युटिंग आदि नये व्यवसाय उभरकर सामने आये हैं। कोरोना महामारी के दौर में बिग डेटा, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, ब्लॉकचेन आदि तकनीक के प्रयोग से देश में डिजिटल अर्थव्यवस्था का तेज विकास हुआ है।

चीन की जीडीपी में डिजिटल अर्थव्यवस्था का अनुपात करीब 30 प्रतिशत है, और डिजिटल अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर जीडीपी की वृद्धि दर से कई गुणा ज्यादा है। करीब 20 करोड़ लोग डिजिटल अर्थव्यवस्था से जुड़े कामों में संलग्न हैं। जाहिर है, देश की अर्थव्यवस्था में इसकी अहम भूमिका है और देश में आर्थिक विकास और रोजगार देने का नया ईंधन बन गयी है।

चीन में नेटिजनों की संख्या दुनिया में सबसे ज्यादा है। हाल में चीनी इंटरनेट एसोसिएशन ने चीन में इंटरनेट विकास की वार्षिक रिपोर्ट जारी की। इसके अनुसार चीन में नेटिजनों की संख्या 1 अरब 31 करोड़ 90 लाख रही, ई-कॉमर्स व्यापार 348.1 खरब चीनी युआन रहा और ऑनलाइन भुगतान की राशि करीब 2498.8 खरब युआन रही। चीन में ऑनलाइन भुगतान दर दुनिया में पहले स्थान पर है।

चीन में रह रहे बहुत से विदेशी लोगों का मानना है कि चीन में ऑनलाइन भुगतान बहुत सुविधाजनक है, जो उनके जीवन का एक जरूरी भाग बन गया है। करीब हर सभी छोटी-बड़ी दुकानों पर भुगतान करने का क्यूआर कोड उपलब्ध रहता है। इसे स्कैन कर भुगतान किया जा सकता है। लोग बस अपने मोबाइल फोन से भुगतान कर बस, मेट्रो, टैक्सी आदि में यात्रा कर सकते हैं, या फिर खाने-पीने की तमाम चीजें खरीद सकते हैं। यानी की मोबाइल भुगतान से एक पानी की बोतल से लेकर बड़े-से-बड़े फर्नीचर खरीद सकते हैं।
 
देखें तो महामारी के दौरान ई-कॉमर्स और डिजिटल फाइनेंस समेत डिजिटल अर्थव्यवस्था ने चीन की अर्थव्यवस्था को स्थिर बनाया है। 5जी बेस स्टेशन, यूएचवी, हाई-स्पीड रेलवे, नयी ऊर्जा वाहन चार्जिंग पाइल्स, बिग डेटा, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, औद्योगिक इंटरनेट आदि नये किस्म के बुनियादी संस्थापनों के निर्माण के चलते अधिकाधिक चीनी लोग डिजिटल अर्थव्यवस्था में शामिल होते जाएंगे। माना जा रहा है कि डिजिटल अर्थव्यवस्था चीन की आर्थिक वृद्धि को बढ़ाएगी।

(साभार—चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)