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बिहार के एके-47 तस्करों का ‘आतंकी कनेक्शन’?

पटना: बिहार में अवैध हथियारों की पहचान बन चुके मुंगेर की चर्चा अब एके-47 के रूप में होने लगी है। पिछले एक महीने में मुंगेर के कुंए और जमीन के अंदर छिपा कर रखे 20 एके-47 की बरामदगी ने न केवल बिहार पुलिस, बल्कि कई राज्यों की पुलिस को बेचैन कर दिया है। 

इस कारण बिहार पुलिस इस मामले में कहीं से भी कोई कोताही बरतने के मूड में नहीं है। बिहार पुलिस अब बरामद एके-47 और इस मामले में गिरफ्तार तस्करों के आतंकी और नक्सली कनेक्शन ढूंढ़ने के लिए हाथ-पैर मार रही है। 

पुलिस सूत्र भी मानते हैं कि ऐसे सूत्र हाथ लग चुके हैं, जिसमें इस बात की पुष्टि होती है कि मध्य प्रदेश के जबलपुर की ऑर्डिनेंस फैक्ट्री से पिछले कुछ सालों में गायब 50 से ज्यादा एके-47 बिहार पहुंचाई गई हैं और इसके तार कहीं न कहीं आतंकी संगठनों से भी जुड़े हुए हैं। 

बिहार पुलिस के प्रवक्ता और अपर पुलिस महानिदेशक एस़ क़े सिंघल ने भी आईएएनएस से कहा कि बिहार पुलिस इन गिरफ्तार तस्करों के तार आतंकी संगठनों से जुड़े होने की जांच में जुटी हुई है। उन्होंने कहा कि आमतौर पर एके-47 आतंकवादी और नक्सली संगठनों के लिए अच्छे हथियार माने जाते हैं। 

उल्लेखनीय है कि बिहार से पहले भी कई आतंकियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। ऐसे में पुलिस इस मामले में भी आतंकी कनेक्शन को लेकर संजीदा नजर आ रही है। 

उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश के जबलपुर की ऑर्डिनेंस फैक्ट्री से पिछले कुछ सालों में 50 से ज्यादा एके-47 गायब हुए हैं, इनमें अधिकांश हथियार बिहार पहुंचाए गए। इस बात का खुलासा तब हुआ था, जब पुलिस ने 29 अगस्त को मुंगेर के जमालपुर से इमरान नामक एक शख्स को गिरफ्तार किया था। 

मुंगेर के एसपी बाबू राम के मुताबिक, इमरान से हुई पूछताछ में ये पता चला था कि उसके पास जबलपुर के एक शख्स ने जमालपुर आकर तीन एके-47 उपलब्ध कराए थे। उन्होंने बताया कि इसके बाद अब तक मुंगेर के विभिन्न क्षेत्रों से 20 एके-47 बरामद किए गए तथा अब तक 10 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिसमें कई महिलाएं भी हैं। गिरफ्तार लोगों में सेना का एक लांस नायक भी शामिल है।

इधर, पुलिस इस मामले में जांच का दायरा बढ़ाती जा रही है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि सेना की एक इंटेलिजेंस टीम भी मुंगेर पहुंची है। तेलंगाना पुलिस भी पिछले दिनों वहां नक्सलियों के पास से बरामद एके-47 की जांच के सिलसिले में मुंगेर की खाक छान रही है। 

सिंघल कहते हैं कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से भी इस मामले में संपर्क किया गया है। उनका कहना है तस्करों की चल-अचल संपत्ति का भी पता कर उन्हें जब्त करने की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि एके-47 के अलावा यहां एके-47 के कलपुर्जे भी बरामद किए गए हैं। 

मुंगेर के पुलिस अधीक्षक बाबू राम कहते हैं, “तस्कर यहां न केवल एके-47 उपलब्ध कराता था, बल्कि खराब होने पर उसकी सर्विसिंग भी करता था। इस बात का खुलासा एके-47 के कलपुर्जे (पार्ट्स) मिलने से हुआ है।” 

उन्होंने कहा कि बरामद पार्ट्स सेंट्रल आर्डिनेंस डिपो जबलपुर से ही गायब कर लाए जाने की आशंका है।

उन्होंने बताया कि एके-47 के नेटवर्क से जुड़े सारे लोगों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस टीम समन्वय कर काम कर रही है।

सूत्रों का दावा है कि पुलिस के रडार पर कई अपराधियों के साथ ही सफेदपोश भी हैं। पुलिस सफेदपोशों को गिरफ्त में लेने से पहले पुख्ता सबूत जुटाने में लगी है। सूत्रों का दावा है कि पुलिस बिहार के कई जिलों के अलावा पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, पंजाब सहित कई राज्यों में दबिश बनाए हुए है।

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