भारतीय जनता पार्टी की सरकारें और पार्टी एक तरफ ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ और ‘महिलाओं के सम्मान में, बीजेपी मैदान में’ के नारे देते नहीं थकती हैं। वहीं दूसरी ओर महिलाओं को उनकी ही पार्टियों की रैली में आने के लिए शर्मिंदगी का सामना करना पड़ रहा है। ताजा मामला भाजपा अध्य़क्ष अमित शाह की छत्तीसगढ़ में हाल में आयोजित रैली ‘महिला महा सम्मेलन’ का है जहां सुरक्षा के नाम पर महिलाओं और युवतियों के अंडरगारमेंट्स की चेकिंग की गई।
सुरक्षा अधिकारियों का कहना है कि भाजपा अध्यक्ष की रैली में विरोध के लिए लोग काले झंडे लेकर न पहुंच सकें इसलिए ये कार्रवाई की गई थी।
दरअसल ये मामला शनिवार का है जब अमित शाह छत्तीसगढ़ के चरोदा में आयोजित महिला महा सम्मेलन में हिस्सा लेने पहुंचे थे। सुरक्षा इंतजामों को मजबूत करने के लिए महिला पुलिस कर्मियों ने कार्यक्रम में पहुंच रही उन महिलाओं को एंट्री नहीं करने दी जिन्होंने काले रंग के कपड़े पहने हुए थे। इसके पीछे कारण बताया गया कि रैली में कोई किसी तरह का विरोध न करे काले झंडे न दिखाए इसलिए ऐसा किया जा रहा है। पुलिस की इस कार्रवाई की वहां मौजूद कई महिलाओं ने शिकायत की अपना विरोध जताया था।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक महिला महा सम्मेलन में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को काले झंडे न दिखाए जाएं इसके लिए महिलाओं के कपड़ों को उतरवाकर उनकी चेकिंग की गई। यहां तक की युवतियों के अंडरगारमेंट तक की चेकिंग की गई। महिला महा सम्मेलन में महिलाओं और युवतियों के अंडरगामेंट की चेकिंग का मामला राज्य में तूल पकड़ चुका है। जिसके बाद विपक्षी पार्टियां बीजेपी पर हमलावर हो चुकी है।