जम्मू-कश्मीर में राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने आज विधानसभा भंग कर दी है। इसी के साथ राज्यपाल ने पीडीपी, नेशनल कॉफ्रेंस, कांग्रेस के अरमानों पर पानी फेर दिया। इसके साथ ही अब यह साफ हो गया है कि राज्य में नए सिरे से चुनाव होंगे। बता दें कि आज ही पीडीपी ने राज्यपाल को 56 विधायकों के समर्थन की चिट्टी लिखकर सरकार बनाने का दावा पेश किया था। राज्यपाल ने संविधान की धारा-53 के अंतर्गत यह फैसला लिया।
इसके तुरंत बाद पीडीपी के बागी विधायक इमरान अंसारी, सज्जाद लोन ने भी सरकार बनाने के चिट्ठी लिखने का दावा किया था। लेकिन राज्यपाल ने विधानसभा भंग कर पीडीपी के राज्य में सरकार बनाने के सारे अरमानों पर पानी फेर दिया। इमरान ने पीडीपी के 18 विधायकों के संपर्क में होने का दावा किया था।
उल्लेखनीय है कि सुबह से ही राज्य में पीडीपी, नेशनल कॉन्फ्रेंस, कांग्रेस के बीच अंदरखाने सरकार बनाने की सुगबुहागट तेज हो गई थी और शाम होते-होते तीनों राजनीतिक दलों ने गठबंधन कर 56 विधायकों के समर्थन की चिट्ठी राज्यपाल को भेज दी। लेकिन राज्यपाल ने चिट्ठी मिलने के तत्काल बाद विधानसभा को भंग करने का ऐलान कर दिया।