गुमला: घटगॉव पंचायत अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्र में अवस्थित नव उत्क्रमित प्राथमिक विधालय महलीटोली सोसो को गुमला शहरी क्षेत्र के वार्ड न० -1 मे अवस्थित राजकीयकृत प्राथमिक विधालय कदमटोली में शिक्षा विभाग द्वारा विलय करने का मामला मुख्यमंत्री जनसंवाद में पहुँचने के उपरॉन्त जिला शिक्षा अधीक्षक जय गोविन्द सिंह ने आज दोनो स्कूल क्षेत्र में भ्रमण कर स्कूली बच्चे के अभिभावको से मिलकर उन्हे समझाने का प्रयास किया गया लेकिन नव उत्क्रमित प्राथमिक विधालय महलीटोली के अभिभावक गण विलय वाले उस राजकीयकृत प्राथमिक विधालय कदमटोली में बच्चो को नही भेजने की बात कहते हुए रोष व्यक्त किया गया और कहा गया कि " हमारे बच्चे गॉव के ही नव उत्क्रमित प्राथमिक विधालय महलीटोली में पढेगे " जिससे जिला शिक्षा अधीक्षक को संसय की स्थिती उत्पन्न हो गया और कहा गया कि " जो गाईडलाईन व नियमावली है उसके अनुरूप ही कार्य होगा अन्यथा दोनो स्कूल बंद होगे और किसी तिसरे स्कूल में बच्चो व शिक्षको को जाना होगा l जिला शिक्षा अधीक्षक ने अभिभावको वहॉ के बच्चो व सामाजिक कार्यकर्ताओ से बातचीत करने के उपरॉन्त दोनो स्कूल के शिक्षको को बुलाकर दोनो स्कूलो के एक कमरे व व्यवस्था को जॉच किये l दोनो स्कूल 0-5 वाले प्राथमिक विधालय है , दोनो में दो-दो शिक्षक है l एक ऩव उत्क्रमित प्राथमिक विधालय तो दूसरे राजकीयकृत प्राथमिक विधालय है l नव उत्क्रमित प्राथमिक विधालय महलीटोली में पारा शिक्षक है तो दूसरे स्कूल में सरकारी शिक्षक l नव उत्क्रमित प्राथमिक विधालय महलीटोली मे 102 स्कूली बच्चे नामॉकित है दूसरे मे 36 है l नव उत्क्रमित प्राथमिक विधालय महलीटोली मे 2 वर्ग कक्ष , कार्यालय कक्ष, रसोई रूम , खेल ग्राउण्ड , शौचालय, पेयजल है वही राजकीयकृत प्राथमिक विधालय कदमटोली में 5 वर्ग कक्ष, कार्यालय कक्ष, रसोई रूम है लेकिन खेल ग्राउण्ड छोटा है तथा शौचालय व पेयजल है l बच्चो की सुरक्षा के लिए दोनो ही स्कूलो मे चाहरदिवारी नही है l क्षेत्रफल उत्क्रमित प्राथमिक विधालय महलीटोली का बडा है वही राजकीयकृत प्राथमिक विधालय कदमटोली का स्कूल क्षेत्रफल छोटा है l जिला शिक्षा अधीक्षक ने बच्चे के अभिभावको से आग्रह किया गया कि सौहार्दपूर्ण वातावरण में बच्चो को शिक्षा दें तथा समय से स्कूल भेजे सरकार की तरह से बच्चो के लिए नि:शुल्क शिक्षा, पुस्तक-कॉपी, ड्रेस , मध्यान्ह भोजन का व्यवस्था दिया जा रहा है लेकिन जिला शिक्षा अधीक्षक के समझाने पर अभिभावकों मे अत्यन्त रोष देखा गया और विलय प्रक्रिया को तत्काल रद्द करने की मॉग पर अडे रहे l