गुमला: महिला बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग के तत्वावधान में गुमला जिले को कुपोषणमुक्त जिला बनाने के उद्देश्य से पोषण पखवाड़ा कार्यक्रम का शुभारंभ अंतराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर जिला स्तरीय कार्यक्रम नगर भवन गुमला में किया गया। पोषण पखवाड़ा कार्यक्रम के दूसरे दिन सभी पंचायतों एवं ग्रामीण स्तर पर पोषण से संबंधित बैठक की गई। बैठक में समस्त गुमला जिला को सम्पूर्ण कुपोषण मुक्त बनाने का प्रण लिया गया।
सदर प्रखण्ड में पोषण पखवाड़ा कार्यक्रम के तहत् ग्रामीण महिलाओं द्वारा जागरूकता रैली निकाली गई। रैली में पोषण से संबंधित विभिन्न स्लोगन के द्वारा लोगों को जागरूक किया गया। साथ ही सदर प्रखण्ड कार्यालय परिसर में आँगनबाड़ी सेविकाओं के द्वारा पोषण पर चर्चा की गई। जिसमें कार्बोंहाईड्रेड, वसा, मिनिरल्स, विटामिन तथा प्रोटिन युक्त भोजन को अपने आहार में शामिल करने पर परिचर्चा किया गया। कई आँगनबाड़ी सेविकाओं व सहियाओं ने इस दौरान अपनी-अपनी विचार प्रस्तुत किये एवं कहा कुपोषण के रोकथाम के लिए यह हर माँ का दायित्व होना चाहिए कि वह बच्चों को दो वर्ष तक की आयु तक पोषणयुक्त भोजन अवश्य दें, जिससे बच्चें कुपोषण से पीड़ित ना हो। संस्थागत प्रसव के लिए सरकारी अस्पताल की ओर मुख करने तथा सरकार द्वारा निःशुल्क सेवा ममता वाहन का उपयोग करने की सलाह दी।
वही पालकोट एवं चैनपुर प्रखण्ड में पोषण अभियान के तहत् गोद भराई कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। रायडीह में हाथ धुलाई कार्यक्रम का आयोजन कर लोगों को जागरूक किया गया। डुमरी प्रखण्ड में परासन, हाथ धुलाई तथा गोद भराई कार्यक्रम आयोजित कर लोगों में पोषण के प्रति जागरूकता फैलाई गई। इसके अलावे बसिया प्रखण्ड के पोकटा पंचायत के कुम्हारटोली में महिलाओं की गोद भराई कार्यक्रम आयोजित कर शिशु के वजन से संबंधित जानकारी दी गई। साथ ही सास-बहु सम्मेलन भी कराई गई।