साहेबगंज की दारोगा रूपा तिर्की की संदिग्ध मौत पर झारखंड सरकार के रवैया के खिलाफ आदिवासी सेंगेल अभियान और अन्य संगठनों की ओर से एकदिवसीय सांकेतिक धरना और राज्य के कई इलाकों में झारखंड सरकार का पुतला दहन 21 मई 2021 को किया जा रहा है। यह कार्यक्रम पांच प्रदेशों में किया जा रहा है, यह जानकारी आदिवासी सेंगेल अभियान के अध्यक्ष सालखन मुर्मू ने एक विज्ञप्ति जारी करके दी है।
मुर्मू का कहना है कि हेमंत सोरेन की चुप्पी रहस्यमय है, हत्यारों की ढाल लगती है। महान शहीद सिदो मुर्मू के वंशज रामेश्वर मुर्मू की संदिग्ध हत्या (12.6.2020) पर भी हेमंत सरकार ने धोखा दिया। लगता है कातिल, मुन्सिफ़ और पुलिस मिले हुए हैं। अतः दोनों ही मामलों पर सीबीआई जांच वाजिब है। सत्ता का घमंड हेमंत सोरेन सरकार के लिए महँगा पड़ सकता है। सीबीआई जांच से मुकरने की कोशिश न्याय को दबाने की मंशा लगता है। आदिवासी समाज दोनों संदिग्ध मौतों पर दुखी है। न्याय के लिए संघर्ष जारी रहेगा। सालखन मुर्मू और सुमित्रा मुर्मू ने आज अपने जमशेदपुर निवास में सांकेतिक धरना दिया।