नैरोबी: संयुक्त राष्ट्र की बुधवार को प्रकाशित एक ऐतिहासिक रपट में दुनिया को बड़े पैमाने पर पर्यावरणीय सुरक्षा बढ़ाने की चेतावनी दी गई है, और यदि ऐसा नहीं किया गया तो एशियाई शहरों व क्षेत्रों, मध्य पूर्व व अफ्रीका में सदी के मध्य तक लाखों लोगों की असमय मौत हो सकती है। बीते पांच सालों में पर्यावरण की स्थिति पर पूरा किए गए सबसे व्यापक आकलन में धरती को होने वाली क्षति के बारे में चेतावनी दी गई है। इसमें कहा गया है कि अगर जल्द कार्रवाई नहीं गई तो लोगों के स्वास्थ्य को खतरा बढ़ जाएगा।
70 से ज्यादा देशों के 250 वैज्ञानिकों व विशेषज्ञों द्वारा यह रिपोर्ट प्रस्तुत की गई है। छठी ग्लोबल इनवायरमेंट आउटलुक रिपोर्ट खास है, क्योंकि यह सभी पर्यावरण मुद्दों के साथ-साथ स्वास्थ्य परिणामों व पर्यावरण समस्याओं से जुड़ी हुई है।
लेकिन रिपोर्ट इस तथ्य को उजागर करती है कि दुनिया को विज्ञान, प्रौद्योगिकी व वित्त से ज्यादा सतत विकास के रास्ते पर जाने की जरूरत है। हालांकि, अभी भी जनता, व्यापार व राजनीतिक नेताओं का पर्याप्त समर्थन नहीं मिल रहा है। अभी भी राजनेता पुराने उत्पादन व विकास के मॉडलों से जुड़े हुए हैं।
संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण की कार्यवाहक कार्यकारी निदेश जोयेस मसूया ने आईएएनएस से कहा, "नवाचार प्रगति का बड़ा हिस्सा है, हमने अबतक बहुत-सी पर्यावरण चुनौतियों का सामना किया है। यह सभी तरीके से प्रदूषण से निपटने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।"
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