नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) महासचिव और पश्चिम बंगाल के पार्टी मामलों के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने लोकसभा चुनाव लड़ने से बुधवार को इनकार करते हुए कहा कि हम सभी की इच्छा समर्थ और समृद्ध भारत के लिए नरेंद्र मोदी को फिर से प्रधानमंत्री बनाना है। आपको बता दें कि इससे पहले बीजेपी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और सुमित्रा महाजन चुनाव लड़ने से इनकार कर चुके हैं।
विजयवर्गीय ने ट्वीट के माध्यम से कहा कि इंदौर की जनता, कार्यकर्ता और देश के शुभचिंतकों की इच्छा है कि वे लोकसभा चुनाव लड़ें, पर हम सभी की प्राथमिकता मोदी को फिर से प्रधानमंत्री बनाने की है। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल की जनता मोदी के साथ है और उनका (विजयवर्गीय) बंगाल में रहना कर्तव्य है। इसलिए उन्होंने लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने का निर्णय लिया है।
विजयवर्गीय ने कहा कि देशहित और पार्टी हित में सभी उनके निर्णय से सहमत होंगे और पार्टी जिस भी व्यक्ति को प्रत्याशी बनाएगी, सभी उनकी जीत के लिए जी जान से जुटेंगे। इंदौर निवासी वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा कि उनकी न सिर्फ इंदौर बल्कि पूरे देश के मतदाताओं से विनती है कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) जैसी मजबूत सरकार एवं मोदी जैसे मजबूत प्रधानमंत्री के लिए मतदान करें।
विजयवर्गीय ने कहा कि भाजपा के प्रत्येक कार्यकर्ता का सिद्धांत राष्ट्र प्रथम, पार्टी द्वितीय और फिर व्यक्ति स्वयं है। और जब सवाल देशहित तथा पाटीर् हित का आता है तो स्वयं को कोई महत्व नहीं रह जाता है। हमारे सामने पश्चिम बंगाल में पार्टी को अधिकाधिक सीटें जिताने का लक्ष्य है। यह लक्ष्य जितना बड़ा है, उतनी ही बड़ी चुनौती भी है।
इंदौर से लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन पिछले तीन दशकों से भाजपा के टिकट पर लगातार चुनाव जीतती आ रही हैं। इस बार उन्होंने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है। भाजपा अभी तक इंदौर के अलावा भोपाल, सागर, विदिशा और गुना से प्रत्याशी घोषित नहीं कर पायी है। इंदौर से विजयवर्गीय का नाम भी आ रहा था।