अलीगढ़: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष अमित शाह ने बुधवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को राज्य में भाजपा कार्यकर्ताओं और नेताओं के प्रवेश पर पाबंदी लगाने के प्रयास पर चेतावनी दी और कहा कि वह अपने कर्मो के परिणाम से नहीं बच सकतीं। यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए भाजपा नेता ने कहा कि बेचैन ममता दी भाजपा नेताओं को पश्चिम बंगाल पहुंचने से रोकने का हरसंभव प्रयास कर रहीं हैं।
शाह ने कहा, "लेकिन, वह नहीं जानती हैं कि हम भाजपा कार्यकर्ता हैं और हम तबतक आराम नहीं करेंगे जबतक पश्चिम बंगाल में कमल 42 में से 23 सीटों पर न खिल जाए।"
उन्होंने कहा, "कल (उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री) योगीजी (आदित्यनाथ) को वायुमार्ग से वहां आने की इजाजत नहीं दी गई। मेरे हेलीकॉप्टर को वहां उतरने नहीं दिया गया। ऐसा ही कुछ शिवराज सिंह चौहान के साथ हुआ, जोकि आज वहां हैं। प्रधानमंत्री को एक छोटा मैदान मुहैया कराया गया और अनुमति रात में दी गई।"
शाह ने कहा, "यह सब दिखाता है कि वह समझती हैं कि उनका समय अब समाप्त हो गया है और भाजपा लोकसभा चुनाव में आसानी से जीतने वाली है।"
कोलकाता में धरना देने पर बनर्जी को निशाने पर लेते हुए शाह ने कहा कि वह जानना चाहते हैं कि वह किसे और क्यों सुरक्षित करना चाहतीं थीं।
भाजपा नेता ने कहा, "वह एक अधिकारी को बचाने की कोशिश कर रही हैं क्योंकि उन्हें डर है कि वह सीबीआई के सामने कुछ घोटालों का भेद खोल सकता है।"
उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल के 'गुडों' ने अबतक भाजपा के 65 कार्यकर्ताओं की हत्या की है।
उन्होंने कहा, "लेकिन, हम चुप नहीं बैठेंगे..हम इसका बदला यह सुनिश्चित करके लेंगे कि जब मतदान करने का समय आए तो लोग कमल के बटन को ही दबाएं।"
उन्होंने अपने भाषण के दौरान लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फिर से चुने जाने पर जोर दिया।
पार्टी कार्यकर्ताओं की रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, "देश केंद्र की भाजपा सरकार के अधीन सर्वाधिक सुरक्षित है।"
उन्होंने कहा, "यह अब गुजरे जमाने की बात हो गई, जब आतंकवादी पाकिस्तान से सीमापार कर यहां आते थे और भारतीय सेना के जवानों व नागरिकों की हत्या करते थे।"
उन्होंने इसके साथ ही नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजंस (एनआरसी) के मुद्दे को उठाया और कहा कि जब पूरा देश चाहता है कि अप्रवासियों को वापस भेजा जाए, ममता बनर्जी, मायावती, राहुल गांधी, अखिलेश यादव जैसे नेता इसका विरोध करते हैं।
उन्होंने पूरे विपक्ष के एकसाथ आने और भाजपा से मुकाबला करने की चुनौती देते हुए कहा कि इसबार पार्टी उत्तर प्रदेश में लोकसभा सीटों की संख्या 73 से बढ़ाकर 74 करेगी।