भाजपा में वापस जाने के ऑफर से उपर हैं शुभेच्छुओं की भावनाएं
गिरिडीह: प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री रहे, झारखंड विकास मोर्चा ( प्र०) के प्रमुख बाबूलाल मंराडी के ( भाजपा में ) घर वापसी को लेकर बीते एक पखवारे से मिडिया में खबरें आ रही है। खबरों के मुताविक यह तय माना जा रहा है कि 14 वर्षों के पश्चात श्री मंराड़ी के भारतीय जनता पार्टी में घर वापसी की प्रक्रिया चल रही है और औपचारिक घोषणा कभी भी हो सकती है। इन सब के बीच स्वदेश लौटने के बाद गुरूवार को एक राष्ट्रीय पोर्टल को दिये गये विशेष इन्टरव्यु में श्री मंराडी ने सीधे तौर पर हालांकि भाजपा में जाने की खबरों को खारिज नही किया। और कहा कि इस प्रकार के प्रयास भाजपा में सतत् चलते रहे हैा और इसी कड़ी में ताजा प्रयास है। लेकिन इस बारे में अभी र्कोई निर्णय नही लिया हैा क्यो कि गॉव से लेकर शहर तक कार्यकर्ताओं के भरोसे ही एक सम्मान जनक संगठन खडा किया। प्रतिकूल माहोल में भी कार्यकर्ता खड़े रहकर राज्य हित में संषर्ष किया हैा रही बात हार जीत की तो यह दीगर है। कहा कि इस संदर्भ में हम अकेले कोई फैसला नही लेगे। अंतिम कोई निर्णय से पहले पार्टी के केडरों, शुभेच्छुओं की भावनाओं को भी देखेंगे। अपने क्षेत्र की जनता से भी मुलाकात करनी हैा पार्टी आलाकमान के सूत्रों की माने तो भाजपा आला कमान की और से प्रस्ताव आते रहे है। ताजा प्रस्ताव में भाजपा की और से कहा गया है कि बेहतर झारखंड के विकास के विजन को लेकर आपने 2006 में अलग दल बनाकर मुकाम हासिल करने के भरसक प्रयास किये। इसमें संदेह नही है लेकिन अब भाजपा के बैनर तले वेहतर झारखंड विकास के लक्ष्य को लेकर संषर्ष करे। इस दिशा में पार्टी आपके साथ होगी। जानकारों की माने तो श्री मंराड़ी नैतिक रूप से भाजपा के ताजा प्रस्ताव के समर्थन में है। और कुछ अन्य मसलों को लेकर पैच फंसा है। जिन्हें सुलझाने का प्रयास किये जा रहे है।