पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यहां सोमवार को कहा कि बिहार में आर्थिक रूप से कमजोर सामान्य वर्ग (सवर्ण) आरक्षण जल्द लागू किया जाएगा। जातीय जनगणना का समर्थन करते हुए उन्होंने कहा कि अगर आबादी के अनुरूप आरक्षण का निर्णय लिया जाए तो यह भी अच्छा होगा। पटना में लोकसंवाद कार्यक्रम के बाद संवाददाताओं से चर्चा करते हुए उन्होंने जाति आधारित जनगणना का समर्थन करते हुए कहा कि जाति आधारित जनगणना होनी चाहिए, यह अच्छी बात होगी। उन्होंने कहा, "वर्ष 1931 में अंतिम बार जाति आधारित जनगणना हुई थी, उसके बाद से यह नहीं हुई है। आबादी के अनुरूप अगर आरक्षण देने का निर्णय लिया जाता है तो यह भी अच्छा होगा। कौन सा तबका आरक्षण से वंचित है, वो भी सामने आएगा।"
इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) संबंधी एक प्रश्न के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा, "मैं इससे सहमत हूं कि ईवीएम से ही चुनाव होने चाहिए, मगर प्रत्येक मतदानकेंद्र पर वीवीपैट का इंतजाम हो।"
महागठबंधन की कोलकाता में रैली, और उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा गठबंधन के संबंध में पूछे गए एक प्रश्न के जवाब में जद (यू) अध्यक्ष नीतीश ने कहा कि सभी पार्टियों को अपने-अपने हिसाब से रैली, कार्यक्रम करने का अधिकार है। चुनाव में अंतिम निर्णय जनता को करना है।
राजग में सीट बंटवारे के विषय में उन्होंने कहा, "फरवरी के अंत तक इन सब चीजों पर सभी को जानकारी मिल जाएगी। बिहार में भाजपा के साथ हमलोग अच्छी तरह से सरकार चला रहे हैं। भाजपा, लोजपा, जद (यू) तीनों साथ मिलकर लोकसभा का चुनाव पूरी मजबूती से लड़ेंगे और बेहतर परिणाम भी आएंगे।"
नीतीश ने भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या की सभी घटनाओं को 'मॉब लिंचिंग' मानने से इनकार करते हुए उन्होंने कहा कि 'मॉब लिंचिंग' का मामला गोरक्षा को लेकर उठा था।
उन्होंने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि बिहार में 'मॉब लिंचिंग' की कोई घटना प्रकाश में नहीं आई है। ऐसी घटनाओं की निंदा करते हुए उन्होंने कहा कि भीड़ में हिंसा करने वाले कायर होते हैं।
नीतीश ने कहा कि ऐसे लोग भीड़ में शमिल होकर अपनी कुंठा मिटाने के लिए हिंसा करने पर उतारू हो जाते हैं। उन्होंने कहा, "ऐसी प्रवृत्ति आज की नहीं है। जब से धरती है, तब से ऐसी घटनाएं घटती रही हैं।"
कैमूर में 18 वर्षीय दलित छात्रा की मौत के मामले में उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले की जांच की जा रही है।
बिहार में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की होने वाली रैली के विषय में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि देखिए, वे आकर क्या बोलते हैं।
इससे पहले नीतीश ने लोकसंवाद कार्यक्रम में लोगों के विचार सुने और उपस्थित अधिकारियों को कई आवश्यक निर्देश दिए।