Priyanka Gandhi Vadra गुरुवार को संभालेंगी महासचिव का प्रभार, क्या UP में बदलेगी कांग्रेस की तस्वीर?

दो हफ़्ते पहले ही कांग्रेस महासचिव बनाई गईं प्रियंका गाँधी वाड्रा गुरुवार को कार्यभार संभालेंगी। कांग्रेस मुख्यालय 24, अकबर रोड पर प्रियंका को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी के बगल वाला कमरा दिया गया है। कांग्रेस अध्यक्ष बनने से पहले तक बतौर महासचिव राहुल गाँधी इसी कमरे में बैठते थे।

कार्यभार संभालने के बाद प्रियंका कांग्रेस महासचिवों और राज्यों के प्रभारियों के साथ गुरुवार को होने वाली बैठक में हिस्सा लेंगी। बैठक में आगामी लोकसभा चुनाव की रणनीति पर विचार होगा।

प्रियंका दायाँ तो पटेल होंगे बायाँ हाथ 

कांग्रेस मुख्यालय 24, अकबर रोड पर नेताओं के बैठने के हिसाब से अगर देखें तो प्रियंका गाँधी, राहुल का दायाँ और अहमद पटेल बायाँ हाथ होंगे। राहुल गाँधी के कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद से ही यह कमरा खाली पड़ा हुआ था। किसी दूसरे नेता को भी यह कमरा नहीं दिया गया था। राहुल गाँधी के दूसरी तरफ़ कांग्रेस के कोषाध्यक्ष का कमरा है। इसमें अहमद पटेल बैठते हैं। इस हिसाब से देखें तो राहुल गाँधी के एक तरफ़ अहमद पटेल तो दूसरी तरफ़ प्रियंका गाँधी बैठेंगी। इस तरह पार्टी संगठन में प्रियंका और अहमद पटेल, राहुल के दाएँ-बाएँ हाथ बन गए हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया को प्रियंका के ठीक सामने वाला कमरा दिया गया है। कांग्रेस मुख्यालय में यह कमरा बाईं तरफ है। अभी तक इसमें कांग्रेस महासचिव मोतीलाल वोरा बैठते थे। मोतीलाल वोरा अब गु़लाम नबी आज़ाद के साथ कमरा साझा करेंगे।

बेहद अहम है बैठक 

महासचिवों और राज्यों के प्रभारियों की बैठक को काफ़ी अहम माना जा रहा है। इस बैठक में राहुल गाँधी पार्टी संगठन में शामिल किए गए दो नए महासचिवों प्रियंका और ज्योतिरादित्य सिंधिया का बाक़ी महासचिवों और प्रभारियों से औपचारिक परिचय कराएँगे। 

तय होगी लोकसभा चुनाव की रणनीति 

बैठक में सभी महासचिव और प्रभारियों से उनके प्रभार वाले राज्यों के राजनीतिक हालात और लोकसभा चुनाव में पार्टी की संभावनाओं का ब्यौरा लिया जाएगा और इसी के आधार पर आगे की रणनीति तय होगी। किस राज्य में गठबंधन की क्या स्थिति है, किन पार्टियों से गठबंधन किया जा सकता है, ऐसे मुद्दों पर भी विचार किया जाएगा। महासचिवों की बैठक में शामिल होने का प्रियंका और ज्योतिरादित्य का यह पहला मौक़ा होगा, लिहाज़ा लोकसभा चुनाव की रणनीति को लेकर उनके विचार भी सामने आएँगे। 

राहुल के साथ हुई बैठक

रविवार रात को अमेरिका से लौटने के बाद सोमवार को प्रियंका ने राहुल के आवास 12, तुगलक लेन जाकर बैठक की थी। इस बैठक में ज्योतिरादित्य सिंधिया भी शामिल थे। कांग्रेस सूत्रों के अनुसार राहुल गाँधी ने दोनों महासचिवों से उत्तर प्रदेश में कांग्रेस का प्रदर्शन बेहतर करने को लेकर विचार-विमर्श किया है। हालाँकि  इस बैठक के बारे में कांग्रेस ने आधिकारिक रूप से कोई जानकारी नहीं दी है।

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी, प्रियंका गाँधी और ज्योतिरादित्य सिंधिया के जरिये कांग्रेस को उत्तर प्रदेश में मज़बूती से चुनाव में उतारने की रणनीति पर विचार कर रहे हैं।

राहुल गाँधी की प्रियंका और सिंधिया के साथ हुई बैठक में इस बात पर भी विचार किया गया कि अगर सपा-बसपा गठबंधन के साथ किसी तरह औपचारिक-अनौपचारिक तालमेल की कोई गुंजाइश बनती है तो उस पर विचार किया जाए या नहीं। हालाँकि पार्टी में एक बड़े तबक़े का मानना है कि इस स्थिति में कांग्रेस को अकेले अपने दम पर चुनाव लड़ना चाहिए। 

दूसरी ओर, कुछ लोगों का मानना है कि सपा-बसपा गठबंधन के साथ कुछ सीटों पर अनौपचारिक तालमेल करना व्यावहारिक रास्ता है। ऐसे में 15 से 20 सीटों पर दोस्ताना चुनावी संघर्ष किया जा सकता है। इससे कांग्रेस फ़ायदे में रहेगी। सभी महासचिवों और राज्यों के प्रभारियों के साथ होने वाली बैठक के बाद इस बारे में कोई ठोस फैसला लिए जाने के आसार हैं।

यूपी की रैलियों पर हुई चर्चा

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी के घर पर हुई प्रियंका और ज्योतिरादित्य की बैठक में इस बात पर भी चर्चा हुई है कि पूर्वी उत्तर प्रदेश में प्रियंका गाँधी को किस तरह काम करना चाहिए और कहाँ-कहाँ रैलियाँ करनी चाहिए, जिससे पार्टी को ज़्यादा फ़ायदा हो सके। वहीं, पश्चिम उत्तर प्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ राहुल गाँधी किन-किन इलाकों में रैलियाँ करेंगे, इस पर भी चर्चा हुई है। हालाँकि अभी इसकी रूपरेखा पूरी तरह से तैयार नहीं हुई है। 

10 या 12 को लखनऊ में रैली 

पूरे उत्तर प्रदेश में रैलियों की रूपरेखा तैयार होने के बाद ही राहुल और प्रियंका की रैलियों के बारे में औपचारिक एलान किया जाएगा। अभी तक की जानकारी के हिसाब से 10 या 12 फ़रवरी को लखनऊ में एक रैली हो सकती है जिसमें प्रियंका के साथ ज्योतिरादित्य भी शामिल होंगे। इस पर अभी अंतिम मुहर लगनी बाक़ी है। उसके बाद प्रियंका पूर्वी उत्तर प्रदेश में और ज्योतिरादित्य पश्चिम उत्तर प्रदेश में राहुल के साथ रैलियों में हिस्सा लेंगे।

प्रियंका को स्टार प्रचारक बनाने की माँग

प्रियंका के कांग्रेस महासचिव बनने के बाद से ही उन्हें लोकसभा चुनाव में देशभर में स्टार प्रचारक बनाए जाने की माँग हो रही है। कांग्रेस महासचिव और प्रभारियों की बैठक में प्रियंका गाँधी को दूसरे राज्यों में भी प्रचार के लिए भेजे जाने की माँग उठ सकती है। ग़ौरतलब है कि प्रियंका को लेकर ऐसी माँग हर चुनाव में उठती रही है। 

साल 2017 में जब प्रियंका ने उत्तर प्रदेश में पर्दे के पीछे से चुनाव की बागडोर संभाली थी तब पंजाब में कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने और उत्तराखंड में तब के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने प्रियंका को स्टार प्रचारक के रूप में राज्य में बुलाने की आधिकारिक रूप से माँग की थी। तब समझा जा रहा था कि प्रियंका उत्तर प्रदेश में बड़े पैमाने पर प्रचार करेंगी। लेकिन उन्होंने न उत्तर प्रदेश में प्रचार किया था और न ही दूसरे राज्यों में प्रचार के लिए गईंं थींं। 

अब जबकि प्रियंका महासचिव बन चुकी हैं तो वह देश भर में स्टार प्रचारक के रूप में जा सकती हैं। हर राज्य के कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यों के प्रभारी महासचिव इसकी माँग कर रहे हैं। गुरुवार को होने वाली बैठक में आधिकारिक रूप से यह बात सामने आ सकती है।

बड़े पैमाने पर चल रही तैयारी 

कांग्रेस महासचिव और प्रभारियों की बैठक में प्रदेश अध्यक्ष और कांग्रेस विधायक दल के नेताओं को भी बुलाया गया है। कांग्रेस मुख्यालय में बड़े पैमाने पर इस बैठक की तैयारी चल रही है। अभी तक इस बैठक का कांग्रेस मुख्यालय 24, अकबर रोड पर ही होना तय है लेकिन आख़िरी वक़्त में जगह बदल कर कांग्रेस के चुनावी वॉर रूम 15, गुरुद्वारा रकाबगंज रोड पर भी यह बैठक हो सकती है। उस स्थिति में प्रियंका और ज्योतिरादित्य सिंधिया पहले 24, अकबर रोड पर आकर अपना बतौर महासचिव अपना प्रभार संभाल लेंगे उसके बाद बैठक के लिए 15, गुरुद्वारा रकाबगंज रोड के लिए कूच कर जाएँगे। हालाँकि कांग्रेस का जनसंपर्क विभाग यही बता रहा है कि बैठक 24, अकबर रोड पर ही होगी।

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