दुनिया भर में पत्रकारिता के सबसे सम्मानित पुरस्कार 'पुलित्जर पुरस्कारों' की घोषणा हुई है। लेकिन खबर यह है कि इस बार पुलित्जर प्राइज से सम्मानित दो नाम भारतीय मूल के हैं। मेघा राजगोपालन और नील बेदी। मेघा को satellite technology के सहयोग से खोजी पत्रकारिता करते हुए चीन के अत्यंत गोपनीय नजरबंदी शिविरों की रिपोर्टिंग के लिए यह पुरस्कार दिया गया है। वहीं भारतीय मूल के एक अन्य पत्रकार नील बेदी को फ्लोरिडा में एक लॉ एनफोर्समेन्ट अधिकारी द्वारा बच्चों के अधिकार हनन करने के खिलाफ रिपोर्टिंग के लिए यह लोकल रिपोर्टिंग पुरस्कार दिया गया। बतायें कि पुलित्जर पुरस्कारों की कडि़यों की श्रृंखला में इस वर्ष यह 105 वीं कड़ी है। यह पुरस्कार न्युयॉर्क स्थित कोलंबिया विश्वविद्यालय के ग्रेजुएट स्कूल ऑफ जर्नलिज्म के एक बोर्ड द्वारा उत्कृष्ट पत्रकारीय कृतियों के लिए यह पुरस्कार दिया जाता है।...
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