जानकारी के अनुसार मृतक त्रिभुवन अमीन का काम करता था। इसके बाद घर पर एक राशन का दुकान भी चला रहे थे।दुकान के सामने खटिया पर वर्षो से सोते आ रहे है। मृतक के भाई बद्री पंडित ने कहा कि आग लगाने की सूचना मिलने पर आया तो देखा कि आग के लपटे में घिरा हुआ है। अपनी लुंगी से आग को बुझाया। किसने आग लगाई इसकी हमे जानकारी नही है।
गिरिडीह: तिसरी थाना अंतर्गत पालमरुआ गांव में मंगलवार की देर रात को दुकान के सामने खटिया पर सो रहे 65 वर्ष के बुजुर्ग त्रिभुवन पंडित को एक अज्ञात व्यक्ति ने पेट्रोल छिड़क कर जिंदा जला दिया। मृतक के चिल्लाने पर आस पास के लोग व परिजन ने दौड़ कर आये और आग को बुझाने का प्रयास किया तबतक आधा से अधिक जल चुका था। धनबाद पीएमसीएच अस्पताल में रेफर के बाद मृतक पंडित ने दम तोड़ दिया। गिरिडीह में पोस्टमार्टम के बाद परिवार वालो ने गांव में दाह संस्कार कर दिया। घटना स्थल से एक बदना (लोटा ) प्लास्टिक का जला हुआ मिला है। पुलिस को सूचना मिलने पर रात को घटना स्थल पहुंची।
जानकारी के अनुसार मृतक त्रिभुवन अमीन का काम करता था। इसके बाद घर पर एक राशन का दुकान भी चला रहे थे।दुकान के सामने खटिया पर वर्षो से सोते आ रहे है। मृतक के भाई बद्री पंडित ने कहा कि आग लगाने की सूचना मिलने पर आया तो देखा कि आग के लपटे में घिरा हुआ है। अपनी लुंगी से आग को बुझाया। किसने आग लगाई इसकी हमे जानकारी नही है। लेकिन एक व्यक्ति गली से भागते देखा गया है। बहु बबीता देवी ने कहा कि पेट्रोल छिड़क कर जहां ससुर सोये थे बगल पतली से गली से एक आदमी को भागते ससुर ने हमलोग को बताया है। ग्रामीणों ने कहा अमीन का काम करते थे। समाज मे अपनी पहचान थी। किसने व क्यो आग लगा कर मार दिया इसकी जानकारी नही है।खबर लिखे जाने तक मृतक के परिजन ने तिसरी थाना में आवेदन नही दिया है। सभी दाह संस्कार करने में लगे हुए है। परिवार वालो का रो रो कर बुरा हाल है।गांव में मातम छाया हुआ है। तिसरी थाना प्रभारी ने कहा कि आवेदन नही मिली है ।
घर के बाहर गर्मी से राहत लेने के लिये सोते हैं इस तरह की घटना से ग्रामीणों में भय का माहौल बन गया है।ग्रामीण रविन्द्र कुमार ने कहा कि गांव में अधिकांश लोग छत पर व घर के आंगन में सोते है।