बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने परीक्षा परिणाम जारी करते हुए संवाददाताओं को बताया, "इस वर्ष इंटरमीडिएट वार्षिक परीक्षा में 13़15 लाख से ज्यादा विद्यार्थियों ने परीक्षा फॉर्म भरे थे। इसमें 79़ 76 प्रतिशत विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए।"
पटना: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (बीएसईबी) की 12वीं (इंटरमीडिएट) के परीक्षा परिणाम शनिवार को घोषित कर दिए गए। इंटरमीडिएट के तीनों संकाय विज्ञान, वाणिज्य और कला में इस वर्ष करीब 79़ 76 प्रतिशत परीक्षार्थी सफल घोषित किए गए हैं। विज्ञान संकाय में नालंदा की रोहिणी प्रकाश और अरवल के पवन कुमार ने 473 यानी 94़ 6 प्रतिशत अंक लाकर राज्य में शीर्ष स्थान हासिल किया है।
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने परीक्षा परिणाम जारी करते हुए संवाददाताओं को बताया, "इस वर्ष इंटरमीडिएट वार्षिक परीक्षा में 13़15 लाख से ज्यादा विद्यार्थियों ने परीक्षा फॉर्म भरे थे। इसमें 79़ 76 प्रतिशत विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए।"
उन्होंने बताया कि कला संकाय में कुल 76़ 56 प्रतिशत परीक्षार्थी सफल हुए हैं, जबकि वाणिज्य संकाय में 93़ 02 प्रतिशत और विज्ञान संकाय में 81़ 20 प्रतिशत विद्यार्थियों ने सफलता पाई है।
किशोर ने बताया कि इस वर्ष विज्ञान संकाय में सारबडीह उच्च विद्यालय, नालंदा की छात्रा रोहिणी प्रकाश और राजकीय उच्च विद्यालय किंजर, अरवल के छात्र पवन कुमार ने 473 अंक लाकर राज्य में सर्वोच्च स्थान हासिल किया है।
इसी तरह कला संकाय में संत टेरेसा बालिका उच्च विद्यालय, बेतिया की छात्रा रोहिणी रानी और गया कॉलेज, गया के छात्र मनीष कुमार ने सर्वाधिक 463 यानी 92़ 6 प्रतिशत अंक प्राप्त किया है।
वाणिज्य संकाय में राज्य में सर्वाधिक अंक 472 यानी 94.4 प्रतिशत एस़ क़े आऱ कॉलेज, बरबीघा, शेखपुरा के छात्र सत्यम कुमार ने प्राप्त किया है।
उन्होंने कहा, "इस वर्ष 16 फरवरी तक परीक्षा चली थी और मार्च महीने के अंदर में ही परीक्षा परिणाम घोषित कर दिए गए। पिछले वर्ष की तुलना में विद्यार्थियों की सफलता के प्रतिशत में काफी सुधार हुआ है। पिछले वर्ष 53 प्रतिशत ही परीक्षार्थी सफल हो सके थे।"
उल्लेखनीय है कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा छह फरवरी से 16 फरवरी के बीच आयोजित इंटर की परीक्षा में तीनों संकाय कला, विज्ञान, वाणिज्य के करीब 13़15 लाख परीक्षार्थी शामिल हुए थे। इसके लिए राज्य भर में 1339 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे।
गौरतलब है कि इस वर्ष बीएसईबी ने कदाचारमुक्त परीक्षा के लिए विशेष व्यवस्था की थी।