कोरोना वैक्‍सीन को लेकर भ्रम, आरटीआई से हुआ खुलासा

:: न्‍यूज मेल डेस्‍क ::

इन दिनों कोरोना वैक्‍सीन को लेकर चहुं ओर चर्चा है। साथ ही अफवाहों का बाजार भी गर्म है। कुछ चर्चा तो ऐसी है कि लोग उसका समाधान और उत्‍तर तलाशने में परेशान हैं। ऐसे एक शख्‍स ने आरटीआई के तहत सरकारी विभाग से जानकारियां मांगी। उसके उत्‍तर भी आ गये हैं जो वाकई राहत देनेवाले हैं। हम यहां प्रस्‍तुत कर रहे हैं उस आरटीआई के तहत पूछे गए सवाल और उन सवालों पर सरकार की ओर से जवाब: 
1. कोरोना वैक्सीन लेना स्वैच्छिक है या अनिवार्य, जबरदस्ती 
उत्‍तर: कोरोना वैक्सीन लेना स्वैच्छिक है।
2. क्या वैक्सीन नहीं लेने पर सारी सरकारी सुविधाएं बंद कर दी जायगी, सरकारी योजना पेंशन.. 
3. क्या वैक्सीन नहीं लेने पर नौकरी नहीं मिलेगा, ट्रेन, बस, मेट्रो मे चढ़ने नहीं मिलेगी?
किसी भी सरकारी सुविधा, नागरिकता, मेट्रो मे चढ़ने नहीं मिलेगी?
4. कोई यदि कोई IAS, IPS स्वास्थ्य या पुलिस कर्मचारी नागरिक  को धमकी दे कि वैक्सीन ले नही तो ये कर देंगे वो कर देंगे तो नागरिक क्या कर सकता? क्या कोर्ट जा सकता है?
5. क्या वैक्सीन नहीं लेने पर स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय, गैस कनेक्शन, पानी, बिजली कनेक्शन, राशन आदि सुविधा नहीं मिलेगे?
6. क्या वैक्सीन नही लेने पर नौकरी से निकाला जा सकता है, वेतन रोका जा सकता है, निजी या  सरकारी विभाग में |
उत्‍तर: आवेदन में लिखी बातें निराधार है। किसी भी सरकारी सुविधा, नागरिकता, नौकरी इत्यादि से वैक्सीन का कोई सम्बन्ध नही है।
आप स्‍क्रीन पर देख सकते हैं, इन सवालों पर 09 मार्च को लिखे पत्र में उत्‍तर दिया है भारत सरकार के स्‍वास्‍थ्‍य एवं परिवार कल्‍याण मंत्रालय ने। आरटीआई के तहत 27 फरबरी 2021 को सवाल भेजा था गोमिया, झारखंड के अनुराग सिन्‍हा ने।  अनुराग सिन्‍हा को साधुवाद। उनकी सजगता और नागरिक अधिकारों का सुदपयोग करने के लिए।

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