कराची: भारत में गुजरात की सीमा से मात्र 60 किमी की दूरी पर थारपार्कर इलाके में पाकिस्तान को 'काला सोना' कहे जाने वाले कोयले का विशाल भंडार मिला है। इस कोयले की खोज चीन की एक कंपनी ने की है। पाकिस्तान के सिंध प्रांत के सीएम मुराद अली शाह ने बताया कि कोयले का यह कुल भंडार करीब 3 अरब टन का है जो 5 अरब बैरल कच्चे तेल के बराबर है। उन्होंने बताया कि यह प्रांत की सरकार के लिए दूसरी बड़ी सफलता है।
मुराद अली शाह ने कहा, 'थारपार्कर के कोयले के ब्लॉक 1 में 3 अरब टन कोयले का भंडार मिला है। यह 5 अरब बैरल कच्चे तेल के बराबर है।' उन्होंने कहा कि करीब 145 मीटर तक खुदाई करने के बाद इस कोयले की खोज हुई है। यह सिंध सरकार के लिए अपनी तरह की दूसरी सबसे बड़ी सफलता है। मुराद अली ने कहा कि उन्होंने पहले ही घोषणा कर दी थी कि थार इलाका पाकिस्तान की तकदीर को बदल देगा और उनकी यह घोषणा सच साबित हुई है।
'कोयले से पाकिस्तान के राष्ट्रीय खजाने को अरबों डॉलर मिलेंगे'
थार इलाके में कोयले की यह खोज चीन की एक कंपनी ने की है। थार कोल ब्लॉक-1 को चीन-पाकिस्तान इकनॉमिक कॉरिडोर प्रॉजेक्ट के तहत बनाया गया है। इस अरबों रुपये की खोज से गदगद सिंध के ऊर्जा मंत्री इमतियाज अहमद शेख ने कहा कि कोयले की खोज स्वर्णिम दौर की शुरुआत है। उन्होंने खुलासा किया कि पहले चरण में अरबों टन कोयला निकाला जाएगा। उन्होंने इस कोयले से देश में चल रहा ऊर्जा संकट दूर हो जाएगा।
मंत्री अहमद शेख ने कहा कि इस कोयले से पाकिस्तान के राष्ट्रीय खजाने को अरबों डॉलर मिलेंगे। बता दें कि पाकिस्तान इस समय न केवल ऊर्जा संकट से जूझ रहा है, बल्कि उसे अरबों डॉलर के कर्ज के लिए दुनियाभर के सामने झोली फैलाना पड़ रहा है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान इस हफ्ते चीन जा रहे हैं, जहां पर वह चीनी राष्ट्रपति से 3 अरब डॉलर लोन देने की गुजारिश करेंगे। पाकिस्तान पहले ही आईएमएफ से अरबों डॉलर का लोन ले चुका है।