विपक्षी दलों से मिलकर आर्थिक बदहाली पर मोदी सरकार को घेरेगी कांग्रेस

:: न्‍यूज मेल डेस्‍क ::

नई दिल्ली: हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों से उत्साहित कांग्रेस ने संसद के आगामी शीतकालीन सत्र में केंद्र सरकार को घेरने की योजना बनाई है। मोदी सरकार के घेराव को और भी मजबूती देने के लिए कांग्रेस का विचार आर्थिक मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने के साथ-साथ अन्य विपक्षी दलों को इसमें शामिल करने से है।

जानकारी के मुताबिक इस दौरान कांग्रेस, सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के अतिवाद के खिलाफ आर्थिक मंदी पर जवाब की मांग करेगी। कांग्रेस पार्टी इस अभियान में अन्य विपक्षी दलों को शामिल करने के लिए फिलहाल इनसे बातचीत करेगी। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी जल्द ही इस पर सहमति के लिए विपक्षी दलों के नेताओं से मिलेंगी।

कांग्रेस ने दिल्ली में नवंबर के अंतिम सप्ताह में संयुक्त विपक्ष रैली की योजना बनाई है।

कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा, "कांग्रेस पार्टी ने केंद्र में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार के कुशासन के खिलाफ 5-15 नवंबर के बीच राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन करने का फैसला लिया है, जिसमें क्षेत्रीय, व्यापक आर्थिक भागीदारी, वर्तमान आर्थिक संकट, बढ़ती बेरोजगारी, मूल्य वृद्धि, बैंकिंग प्रणाली का पतन, सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों में नौकरियों के भारी नुकसान, सर्वव्यापी कृषि संकट जैसे मुद्दों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।"

पार्टी देशभर में 35 प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगी। इसकी शुरुआत 1 नवंबर से होगी और समापन 8 नवंबर को होगा। इसे वरिष्ठ नेता संबोधित करेंगे।

सोनिया गांधी ने शनिवार को इससे संबंधित तैयारियों का जायजा लेने के लिए पार्टी महासचिवों और सभी राज्य प्रभारियों की एक बैठक भी बुलाई है। हालांकि, राहुल गांधी इन सबमें शामिल नहीं भी हो सकते हैं।

पार्टी के नेता रणदीप सुरजेवाला ने स्पष्ट कर दिया है कि वह फिलहाल विदेश में हैं और दिल्ली में सार्वजनिक रैली में शामिल होने के लिए लौटेंगे।

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