यूपी चुनाव: पहले चरण में बम्‍पर वोटिंग | क्‍या यह सत्‍ता विरोधी लहर है?

Approved by admin on Thu, 02/10/2022 - 16:10

:: न्‍यूज मेल डेस्‍क ::

राजनीतिक पंडितों का मानना है कि अग्रेसिव पोलिंग हमेशा सत्ता विरोधी लहर का परिणाम होती है। वहीं, अगर पोल प्रतिशत कम रहे तो माना जाता है कि सत्ता के खिलाफ कोई खास लहर नहीं है। ऐसे में वे ही लोग वोट डालने के लिए निकलते हैं, जिनको एक दल विशेष को वोट देना होता है। पोल प्रतिशत औसत रहने की स्थिति में माना जाता है कि विपक्षी दलों को पड़ने वाले वोट के आधार पर ही सत्ताधारी दल के लोग मतदाताओं को निकाल कर पोलिंग बूथों तक पहुंचाते हैं। इससे दोनों ही दलों को वोट पड़ता है। पश्चिमी यूपी में मतदाताओं के बीच कुछ इसी प्रकार का रुझान आता दिख रहा है। वहां मतदाताओं की भारी संख्या उम्मीदवारों के दिल के धड़कन को बढ़ा रही है।

लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर मतदाताओं के बीच उत्साह का माहौल देखने को मिल रहा है। पहले चरण में 11 जिलों की 58 विधानसभा सीटों पर वोटिंग (Voting For First Phase) हो रही है। पहले चार घंटों के दौरान वोटरों के बीच चल रही लहर का अंदाजा सहज तौर पर लगाया जा सकता है। सुबह में कोहरा और ठंड के बाद भी मतदान केंद्रों पर वोटरों की कतार देखने को मिली। धूप खिलने और मौसम बेहतर होने के बाद पोलिंग बूथ पर लाइन लंबी होती गई। यह वोटिंग प्रतिशत (Voting Percentage) बढ़ने के रूप में सामने आ रही है।

दोपहर बाद 3 बजे तक 48.24 फीसदी मतदान
यूपी चुनाव को लेकर दोपहर के समय में मतदाताओं की संख्या में इजाफा देखने को मिला। सुबह 11 बजे से लेकर दोपहर 1 बजे के करीब मतदान 15 फीसदी हुआ। वहीं, दोपहर 1 बजे से अपराह्न 3 बजे के बीच 13 फीसदी से अधिक मतदान रिकॉर्ड किया गया। प्रदेश में 11 जिलों में अपराह्न 3 बजे तक 48.24 फीसदी मतदान रिकॉर्ड किया गया। अपराह्न 3 बजे तक सबसे अधिक शामली में 51.13 फीसदी और सबसे कम अलीगढ़ में 45.89 फीसदी मतदान रिकॉर्ड किया गया।

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