नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए जहां वरिष्ठ नेताओं मल्लिकार्जुन खड़गे एवं मुकुल वासनिक के नाम की चर्चा है, वहीं कांग्रेस कार्यकारिणी (सीडब्ल्यूसी) जब इसे अंतिम रूप देने के लिए बैठेगी तो हो सकता है कि राहुल गांधी के नाम पर ही मुहर लगे तो इस पर आश्चर्य नहीं होना चाहिए। कांग्रेस कार्यकारिणी की दिन में दो घंटे हुई बैठक के बाद जां शाम को दोबारा बैठक की तैयारी कर रही है, वहीं राहुल गांधी का उत्तराधिकारी चुनने के लिए क्षेत्रवार गठित पांच उपसमूहों ने पार्टी का नेतृत्व करने के लिए राहुल गांधी के नाम का ही सुझाव दिया है।
संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल ने जानबूझकर उत्तराधिकारी चुनने की प्रक्रिया से खुद को अलग रखा है।
लोकसभा चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन के बाद राहुल गांधी ने पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। सीडब्ल्यूसी ने हालांकि राहुल गांधी का इस्तीफा अभी तक स्वीकार नहीं किया है।
नए पार्टी प्रमुख के नाम पर सर्वसम्मति बनाने के लिए वरिष्ठ नेताओं के साथ ही पांच क्षेत्रवार उप-समूहों को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
पार्टी सूत्रों के अनुसार, सभी उप-समूह राहुल गांधी को ही अध्यक्ष बनाए जाने के पक्ष में हैं।
राहुल गांधी ने कहा कि वह पार्टी की जिम्मेदारियों से नहीं बच रहे हैं। मगर वह मानते हैं कि एक नया अध्यक्ष चुने जाने के बाद उन्हें पार्टी के लिए काम करने का अधिक समय मिलेगा।
राहुल और सोनिया के अलावा सीडब्ल्यूसी की बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, प्रियंका गांधी वाड्रा, आनंद शर्मा, गुलाम नबी आजाद, ज्योतिरादित्य सिंधिया, सचिन पायलट, अहमद पटेल, पी. चिदंबरम और कई अन्य लोग शामिल रहे।