ताजा ओपिनियन पोल के नतीजों से लगता है कि मोदी जी बजरंग बली को रिझाने में सफल नहीं हुए। बजरंग दल को बजरंगबली का चादर ओढ़ाने में लगी भाजपा के लिए कर्नाटक से खबर अच्छी नहीं है। एबीपी न्यूज और सीवोटर के सर्वे में 10 मार्च को होनवाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस सरकार बनाती हुई दिख रही है।
जब से कांगेस ने अपने घोषणा पत्र में बजरंग दल जैसे संगठनों पर बैन लगाने की बात की है, भाजपा को जैसे मुद्दा मिल गया। आनन फानन में मोदी जी अपनी सभा में कहने लगे, कांग्रेस हनुमान जी को ताले में कैद करना चाहती है। इसे सजा देना होगा। मोदी अपनी सभाओं में कर्नाटक के मतदाताओं से आव्हान करने लगे, जय बजरंग बली का नाम लेकर भाजपा पर ईवीएम का बटन दबायें। मोदी अपनी सभा में विकास कार्यों की गणना बताने की बजाय दर्शकों से बजरंग बली की जय के नारे लगवाने लगे।
भाजपा का यही सांप्रदायिक हथकंडा उसका अंतिम चुनावी हथियार बन चुका है। बहरहाल, अब जान लेते हैं एबीपी न्यूज और सीवोटर के सर्वे में क्या भविष्यवाणी की गई है। 10 मार्च को होनेवाले कर्नाटक विधानसभा चुनाव से पहले यह संभवत: अंतिम ओपिनियन पोल है। ओपिनियन पोल में बताया गया है कि सबसे बड़ी पार्टी के रूप में चुनाव जीतकर कांग्रेस कर्नाटक में अगली सरकार बनाने जा रही है। उसे 110 से 122 सीटें मिल सकती है। जबकि भाजपा के हिस्से 73 से 85 सीटें मिलने की संभावना बतायी गई है। अन्य दलों में, जेडीएस को 21 से 29 व अन्य दलों को 2 से 6 सीटें मिल सकती हैं।
अब वोट प्रतिशत पर भी आंकड़े देख लेते हैं। कांग्रेस को 44 %, BJP को 32 %, JDS को 15 % और अन्य को कुल मिलाकर 7 % वोट मिलने की संभावना बतायी गई है। मुख्यमंत्री की रेस में कौन है आगे? इस सवाल पर कांग्रेस के सिद्धारमैया 42 फीसदी मतों से राज्य की पहली पसंद बताये गये हैं, जबकि 40फीसदी कमीशन का आरोप झेल रही वहां की वर्तमान भाजपा के मुख्यमंत्री बोम्मई को 31 फीसदी लोग पसंद कर रहे हैं। कुमार स्वामी को 21 फीसदी और डी के शिवकुमार को मात्र 3 फीसदी लोगों ने पसंद किया है।
एक बार फिर से बताते चलें कि कर्नाटक में 8 मई को चुनाव प्रचार बंद हो रहा है, 10 को पूरे राज्य में मतदान होगा और 13 मई के सारे नतीजे सामने होंगे।
कर्नाटक में पिछली बार क्या नतीजे रहे?
कर्नाटक में 8 मई को चुनाव प्रचार समाप्त हो जाएगा और 10 मई को वोटिंग होगी। 13 मई को कर्नाटक की सभी सीटों के नतीजे सामने होंगे। उससे पहले एबीपी सी-वोटर की ओर से फाइनल ओपिनियन पोल किया गया है।
कर्नाटक चुनाव की बात करें तो 10 मई को वोटिंग होने वाली है और 13 मई को नतीजे आएंगे। वर्तमान में राज्य में बीजेपी की सरकार है और बसवराज बोम्मई मुख्यमंत्री हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में राज्य में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला था. उस समय बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी और उसके खाते में 104 सीटें गई थीं, कांग्रेस की बात करें तो उसका आंकड़ा 80 पहुंच पाया था और जेडीएस को 37 सीटों के साथ संतुष्ट करना पड़ा था।
कर्नाटक चुनाव से पहले आए ओपिनियन पोल में कांग्रेस की बढ़त दिख रही है। चुनाव से पहले सी वोटर (C Voter Opinion Poll) की ओर से जारी सर्वे में बीजेपी (BJP) से अधिक कांग्रेस (Congress) को सीटें मिलती दिख रही हैं। एबीपी न्यूज और सीवोटर के सर्वे में कांग्रेस सरकार बनाती हुई दिख रही है। इस सर्वे में कांग्रेस को 110 से 122 सीटें मिल रही हैं। वहीं बीजेपी को 73 से 85 सीटें मिल रही हैं।