छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में 60 फीसदी से अधिक मतदान

रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के दूसरे व अंतिम चरण के तहत मंगलवार को 19 जिलों की 72 सीटों पर 60 प्रतिशत से ज्यादा मतदान दर्ज किए गए। यहां नए विधानसभा के लिए 1.5 करोड़ से ज्यादा लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। ईवीएम में छेड़छाड़ और कई क्षेत्रों में धांधली के आरोपों के बीच चुनाव आयोग ने कहा कि शाम पांच बजे तक यहां 60 प्रतिशत से ज्यादा मतदान हुए।

चुनाव प्रतिशत बढ़ने की संभावना है, क्योंकि अंतिम जानकारी मिलने तक कई मतदाता मतदान के लिए तय समयसीमा समाप्त होने के बाद भी मतदान केंद्रों के बाहर कतारबद्ध थे।

इस बार चुनाव में पहली बार मतदान करने वाले मतदाताओं के अलावा अन्य आयुवर्ग के लोगों ने मतदान किया। कोरिया जिले की बैकुंठपुर की 106 वर्षीय समुद्री पटेल और रायपुर जिले के बोरियाकला से 102 वर्षीय राजकुंवर ने अपने मत डाले।

धमतरी, जशपुर, रायपुर, अंबिकापुर, खल्लारी, रायगढ़ पाटन, शिहावा और कोरबा में ईवीएम खराब होने की शिकायतें मिलीं। कांग्रेस ने राज्य की सत्तारूढ़ भाजपा पर 'चुनावी धांधली' और चुनाव प्रक्रिया में 'व्यवधान उत्पन्न करने' का आरोप लगाया।

पी.एल. पुनिया की अगुवाई में कांग्रेसी प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रीय राजधानी में चुनाव आयोग से मुलाकात की और 'छत्तीसगढ़ में ईवीएम के साथ छेड़छाड़ और दुरुपयोग करने के प्रयास' के आरोप लगाए।

पुनिया ने कहा कि भाजपा हार के डर से धांधली कर चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित करने की कोशिश कर रही है।

कांग्रेस ने इसके साथ ही बलरामपुर जिले के सामरी क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार सिद्धार्थ पैकरा को निलंबित कर गिरफ्तार करने की मांग की।

राज्य कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने रायपुर में कहा, "क्या ईवीएम में खराबी केवल इत्तेफाक है या चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित करने की कोशिश है।"

चुनाव आयोग ने मतदान मशीनों में चौतरफा खराबी के आरोपों को खारिज कर दिया और कहा कि खराब ईवीएम को बिना किसी व्यवधान के ही बदल दिया गया।

आयोग की प्रवक्ता शेफाली शरण ने कहा, "चुनाव के दौरान केवल 47 बैलेट यूनिट, 37 कंट्रोल यूनिट और 131 वीवीपीएटी को बदलने की जरूरत पड़ी। स्थानीय चुनाव कर्मियों ने आसानी से इसे बदलने की प्रक्रिया को अंजाम दिया।"

वर्ष 2000 में मध्यप्रदेश से अलग होने के बाद राज्य में पहली बार त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल रहा है। कांग्रेस, भाजपा के अलावा अजीत जोगी-मायावती के नेतृत्व में बसपा गठबंधन तीसरे मोर्चे के रूप में चुनाव लड़ रहा है।।

इस दौरान कुल 1,079 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। कांग्रेस और भाजपा सभी 72 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। बसपा 25 सीटों पर, जबकि राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) 46 सीटों पर चुनाव लड़ रही है।

आम आदमी पार्टी (आप) ने 66 निर्वाचन क्षेत्रों में अपने उम्मीदवार उतारे हैं।

यहां कुल 1.5 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने के योग्य हैं, जिनमें से 77 लाख पुरुष और 76 लाख महिलाएं हैं।

इस चरण में कांग्रेस की ओर से महत्वपूर्ण चेहरे बघेल(पाटन), विधानसभा में विपक्ष के नेता टी.एस. सिंह देव(अंबिकापुर), पूर्व केंद्रीय मंत्री चरणदास महंत(शक्ति) हैं।

वहीं भाजपा की ओर से महत्वपूर्ण उम्मीदवारों में राज्य मंत्री ब्रजमोहन अग्रवाल(रायपुर सिटी दक्षिण), राजेश मुणत(रायपुर सिटी पश्चिम), अमर अग्रवाल(बिलासपुर), प्रेम प्रकाश पांडे(भिलाई नगर) शामिल हैं।

जोगी मारवही सीट से, उनकी पत्नी रेणु जोगी कोटा से चुनाव लड़ रही हैं। वहीं उनकी बहू बसपा के टिकट से अकालतारा सीट से चुनाव लड़ रही हैं।

चुनाव के नतीजे 11 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे। इससे पहले 12 नवंबर को पहले चरण के लिए हुए मतदान में 76.28 प्रतिशत मतदान हुआ था।

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