राजनंदगांव: छत्तीसगढ़ में 2003 से सत्ता से बाहर रही कांग्रेस ने इस बार प्रदेश के मुख्यमंत्री रमन सिंह को उनके गृह क्षेत्र राजनंदगांव में शिकस्त देने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के ही दिग्गज नेता और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का सहारा लिया है।
राजनंदगांव में सोमवार को मतदान होने जा रहा है। यहां रमन सिंह के खिलाफ कांग्रेस ने भाजपा के पूर्व संरक्षक और दिवंगत वाजपेयी की भतीजी करुणा शुक्ला को चुनाव मैदान में उतारा है।
पूर्व भाजपा सांसद करुणा शुक्ला (68) ने 32 साल पार्टी के साथ बिताने के बाद 2014 में भाजपा छोड़कर कांग्रेस का दामन थाम लिया था।
शुक्ला व्यावहारिक और साफ-सुथरी छवि की नेता मानी जाती हैं। पिछले दिनों भाजपा ने उनको मनाने की लगातार कोशिश की, लेकिन उन्होंने भाजपा के प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया। कांग्रेस ने चतुराई दिखाते हुए उन्हें छत्तीसगढ़ में भाजपा का सबसे लोकप्रिय चेहरा रमन सिंह के खिलाफ चुनाव मैदान में उतारा है।
राजनंदगांव के मध्य गुरुनानक चौक स्थित किराने की दुकान के मालिक तेजिंदर भाटिया ने कहा, "राजनंदगांव के मतदाता दुविधा में हैं, क्योंकि उनको रमन सिंह से गहरा लगाव है। लेकिन शुक्ला सीधी-सादी महिला हैं और सबसे अहम बात यह है कि वह कांग्रेस या राहुल गांधी के नाम पर नहीं, बल्कि दिवंगत वाजपेयीजी के नाम पर वोट मांग रही हैं।"
मोबाइल फोन की दुकान के मालिक राजू साहू ने कहा कि रमन सिंह का वर्षो से मतदाताओं से गहरा जुड़ाव है, इसलिए वह जीतेंगे। उन्होंने कहा कि शुक्ला पैराशूट से लाई गई उम्मीदवार हैं और कांग्रेस ने भाजपा को डराने के लिए उनका इस्तेमाल किया है।
राजनंदगांव में नौ नवंबर को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के रोड शो में उमड़ी भीड़ से कांग्रेस खेमे में उत्साह है। रोड शो में राहुल के साथ शुक्ला और कांग्रेस के प्रदेश प्रमुख भूपेश बघेल भी मौजूद थे।
रमन सिंह को अपने गृह क्षेत्र में मिल रही कड़ी टक्कर को भांपकर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने भी रविवार को चुनाव प्रचार समाप्त होने से पहले रोड शो किया।
शाह ने लोगों से कहा, "आपको इस बार रमन सिंह को पिछली बार के 35,000 वोट के मुकाबले दोगुना मतों के अंतर से विजयी बनाना है।"
छत्तीसगढ़ की 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए प्रथम चरण में 12 नवंबर को 18 सीटों पर मतदान होगा। बाकी जगहों पर 20 नवंबर को मतदान होगा। चुनाव के नतीजे 11 दिसंबर को आएंगे। -सुजीत कुमार
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