कांग्रेसी नेता अधीर रंजन चौधरी से यह सवाल पूछा गया तो उनका कहना था कि राजनीति में कुछ भी मुमकिन है। जब उनसे पूछा गया कि क्या कांग्रेस के नेतृत्व वाला गठबंधन ममता बनर्जी को बहुमत ना मिलने पर टीएमसी का समर्थन करेगा? इसके जवाब में अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि यह एक पूरी तरह से काल्पनिक सवाल है। हम खुद के बूते राज्य में सरकार बनाएंगे। हमें नहीं पता कि हमारे गठबंधन को कौन दूसरे लोग समर्थन करेंगे और यह भी नहीं पता कि अगर ममता बनर्जी चुनाव हारती हैं तो कहां जाएंगी? हो सकता है कि वह हमारे गठबंधन का समर्थन करें या फिर वह हमसे समर्थन मांगे। यानी अधीर रंजन चौधरी ने ममता बनर्जी की टीएमसी के साथ पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के बाद गठबंधन करने की संभावनाओं को पूरी तरह से खारिज नहीं किया है। यह तो पता ही है कि इस विधानसभा चुनाव में कांग्रेस लेफ्ट और इंडियन सेक्युलर फ्रंट के साथ मिलकर इस समय चुनाव लड़ रही है और टीएमसी अकेले चुनाव लड़ रही है। इससे पहले, कांग्रेस सांसद एएच खान चौधरी पहले ही तृणमूल को कांग्रेस के समर्थन की वकालत कर चुके हैं। अगर टीएमसी को विधानसभा चुनाव में बहुमत नहीं मिलता है तो कांग्रेस उसका समर्थन करेगी।
बतायें कि, अधीर रंजन चौधरी के इस बयान को लेकर कांग्रेस नेताओं का कहना है कि मुमकिन है कि बीजेपी को सत्ता से दूर रखने के लिए चुनाव नतीजों के बाद कांग्रेस और टीएमसी गठबंधन कर लें। कई लोगों को लगता है कि बंगाल में असल लड़ाई टीएमसी और बीजेपी के बीच में है और कांग्रेस और लेफ्ट वोट काटने का काम कर रहे हैं। दरअसल, मुस्लिम वोटर्स भी बड़ी संख्या में तृणमूल के साथ दिख रहे हैं। या फिर, उस वोटबैंक में सेंध लगानेवाले और भी हैं, जैसे, फुर्फूरा शरीफ के अब्बास सिद्दीकी और असदुद्दीन ओवैसी। बहरहाल अधीर रंजन चौधरी के इस आनाकानी से एक इशारा तो स्पष्ट है कि मुस्लिम वोटर के बदलते मन और बीजेपी के बढ़ते कदमों के चलते वह टीएमसी एवं कांग्रेस नेताओं को इस नये समीकरण का संदेश देना चाहते हैं।
इधर, राज्य में जारी चुनाव प्रचार के दौरान ममता आज चुनाव आयोग पर खूब बरसीं। चुनाव आयोग द्वारा नोटिस भेजे जाने पर नाराज ममता बनर्जी ने कहा- ''आप (चुनाव आयोग) चाहें तो मुझे दस कारण बताओ नोटिस भेज सकते हैं, लेकिन मेरा जवाब एक ही होगा। मैं हमेशा हिंदू, मुस्लिम वोटों के विभाजन के खिलाफ बोलती रहूंगी। मैं धार्मिक आधार पर मतदाताओं को बांटने के खिलाफ खड़ी रहूंगी।'' मुख्यमंत्री ने कहा, ''नरेन्द्र मोदी के खिलाफ शिकायत क्यों नहीं दर्ज की जाती? जो हर रोज हिंदू और मुस्लिम (वोटबैंक) की बात करते हैं। नंदीग्राम चुनाव के दौरान जिन लोगों ने 'मिनी पाकिस्तान' शब्द का प्रयोग किया, उनके खिलाफ कितनी शिकायतें दर्ज की गईं?''