नई दिल्ली: कांग्रेस नेताओं ने बुधवार को नई दिल्ली में ट्रैक्टर रैली के दौरान किसानों और पुलिस के बीच हुई झड़प के बाद किसान नेताओं के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं।
कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे पंजाब के सांसद जसबीर सिंह गिल डिंपा ने कहा, क्या किसी ने दीप सिद्धू या लक्खा सिद्धाना के खिलाफ कोई मामला दर्ज होते देखा है।
यह आरोप है कि दीप सिद्धू नई दिल्ली के लाल किले में प्रवेश करने वाले किसानों के समूह में शामिल था।
अपने ट्रैक्टरों, मोटरसाइकिलों और कारों में सवार सैकड़ों किसान मंगलवार दोपहर को लालकिले मेंराष्ट्रीय ध्वज, किसान संघ के झंडे अपने हाथों में लिए प्रवेश कर गए थे।
अधिकारियों ने बुधवार को कहा कि गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा के संबंध में दिल्ली पुलिस द्वारा अब तक 22 एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं।
एक अन्य वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने हिंसा के लिए मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा, किसानों ने 15 से अधिक व्यक्तियों को पुलिस को सौंप दिया है जिन्होंने हिंसा शुरू की थी, और वे सरकारी पहचान पत्र रखने वाले पाए गए। यह शांतिपूर्ण आंदोलन की छवि धूमिल करने की एक साजिश है।
सिंह ने सवाल किया कि पुलिस ने मार्गो को तय करने के बावजूद बैरिकेड क्यों लगाए।
कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने एक बयान में कहा कि लोकतंत्र में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है और यह अच्छा है कि आंदोलनकारी किसानों ने उन लोगों से खुद को दूर कर लिया है, जो गुंडागर्दी में शामिल थे।