रांची: झारखंड के खाद्य व आपूर्ति मंत्री सरयू राय द्वारा भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को लिखे एक पत्र ने भारतीय जनता पार्टी को मुश्किल में डाल दिया है। सरयू राय ने कथित तौर पर एक पत्र अमित शाह को लिखा है। इसमें राय ने कहा, "मैं रघुबर दास सरकार में मंत्री बने रहने में शर्मिदा महसूस करता हूं। कृपया मुझे मंत्री पद छोड़ने की अनुमति दीजिए।"
इस पत्र को सोमवार को मीडिया में लीक किया गया। इसे शनिवार को लिखा गया था। भाजपा ने इस मुद्दे को गंभीरता से लिया है।
भाजपा प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने संवाददाताओं से कहा, "पार्टी ने इस मुद्दे को गंभीरता से लिया है। इस तरह के मामलों के मीडिया के जरिए आने की कोई परंपरा नहीं है। मंत्री को इस मुद्दे को पार्टी मंच पर उठाना चाहिए।"
भाजपा पत्र के पार्टी अध्यक्ष तक पहुंचने से पहले मीडिया में लीक होने को लेकर नाखुश है।
सरयू राय के पिछले कुछ समय से मुख्यमंत्री रघुबर दास से अच्छे संबंध नहीं रहे हैं। दास के साथ अपने मतभेदों के कारण सरयू राय ने बीते साल संसदीय कार्य मंत्री का अतिरिक्त प्रभार छोड़ दिया था।
मुख्यमंत्री व सरयू राय दोनों जमशेदपुर से विधायक हैं। रघुबर दास जमशेदपुर पूर्व से निर्वाचित हुए हैं, जबकि सरयू राय जमशेदपुर पश्चिम निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव जीते हैं।
हालांकि, मुख्यमंत्री रघुवर दास ने पत्र के मुद्दे पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
झारखंड भाजपा अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुआ अहास ने कहा, "सरयू राय अतीत में हमें पत्र लिख चुके हैं और मैंने उनके द्वारा उठाए गए मुद्दे के संदर्भ में मुख्यमंत्री को अवगत कराया था।"
पार्टी सूत्रों ने कहा कि राष्ट्रीय नेताओं के साथ परामर्श के बाद झारखंड के मंत्री के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है।