अमेरिका में पत्रकार पल्‍लवी गोगोई ने अकबर पर लगाया रेप का आरोप, अकबर ने कहा सहमति से बना था संबंध

नई दिल्ली: भारत में 'मी टू' अभियान के अस्तित्व में आने के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री एम.जे. अकबर पर कई महिलाओं ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे, अब अमेरिका स्थित एक पत्रकार ने आरोप लगाया है कि 'एशियन एज' के संपादक रहने के दौरान अकबर ने उनके साथ दुष्कर्म किया था। अमेरिका में नेशनल पब्लिक रेडियो की चीफ बिजनेस एडिटर पल्लवी गोगाई ने वाशिंगटन पोस्ट में एक आलेख लिखा है, जिसमें उन्होंने 23 वर्ष पूर्व हुए दुष्कर्म और यौन उत्पीड़न की अन्य घटनाओं को 'जीवन के सबसे दुखद यादों में से एक' बताया है। यह आलेख उनके नाम से शुक्रवार को (भारतीय समयनुसार गुरुवार को) प्रकाशित हुआ है।

अकबर के वकील संदीप कपूर ने वाशिंगटन पोस्ट को बताया कि उनके मुवक्किल ने इन घटनाओं व आरोपों को फर्जी बताया और इनका खंडन किया है। 

आईएएनएस ने जब उनसे संपर्क किया तो, उन्होंने यही बात दोहराई, लेकिन साथ ही कहा कि शाम तक आगे की कार्रवाई के बारे में निर्णय किया जाएगा।

दिल्ली और मुंबई में अकबर द्वारा उनके साथ यौन उत्पीड़न और दुर्व्यवहार की दो घटनाओं के बारे में बताने के बाद पल्लवी ने कहा कि एक न्यूज स्टोरी की वजह से उन्हें दिल्ली से कोसों दूर एक गांव में जाना पड़ा था।

पल्लवी गोगोई ने कहा, "यह असाइनमेंट जयपुर में पूरा होना था। जब मैं वापस आई, अकबर ने कहा कि मैं जयपुर में उनके होटल में स्टोरी पर चर्चा करने के लिए आ सकती हूं।"

उन्होंने कहा, "उनके होटल के कमरे में मैं उनसे लड़ी-झगड़ी, लेकिन वह शारीरिक रूप से मुझसे ज्यादा ताकतवर थे। उन्होंने जबरन मेरा कपड़ा उतारा और मेरे साथ दुष्कर्म किया। इस घटना के बारे में पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराने के बजाय मैंने शर्मिदगी महसूस की।"

पल्लवी ने कहा, "उस समय मैंने किसी को यह घटना नहीं बताई। कोई यकीन करता? मैंने खुद को जिम्मेदार मान लिया। सोचा, मैं होटल के कमरे में गई ही क्यों?" 

उन्होंने कहा, "जयपुर की घटना के बाद उनकी मुझ पर पकड़ और मजबूत होती गई।"

पल्लवी ने कहा, "मैंने उनसे लड़ना छोड़ दिया, क्योंकि मैं बहुत असहाय महसूस कर रही थी। वह लगातार मुझे मजबूर करते रहे, कुछ महीनों के लिए वह मुझे लगातार मौखिक, भावनात्मक और यौन रूप से अपवित्र करते रहे।"

अपने 1800 शब्द के आलेख में पल्लवी गोगोई ने भारत में सत्तारूढ़ भाजपा पर अकबर को अपना सदस्य बनाए रखने के लिए कोसा है।

उन्होंने लिखा, "वह आज भी भारतीय संसद और सत्तारूढ़ पार्टी के सदस्य बने हुए हैं, जो पार्टी युवा लड़कियों को आगे बढ़ाने के लिए खुद पर गर्व करती है।"

पल्लवी ने कहा कि अकबर अगर उन्हें किसी हमउम्र पुरुष साथी के साथ बात करते देख लेते थे, तो न्यूजरूम में जोर से चिल्लाते थे। यह काफी डरावना था।

बाद में, पल्लवी गोगोई को लंदन भेज दिया गया। 

उन्होंने कहा, "मुझे लगा कि अब मेरा उत्पीड़न रुक जाएगा, क्योंकि मैं दिल्ली के दफ्तर से बहुत दूर थी। जबकि सच्चाई यह थी कि उन्होंने मुझे दूर इसलिए भेजा था, ताकि मैं अपनी रक्षा न कर पाऊं और वह जब भी लंदन शहर आएं तो मेरा शिकार कर सकें।"

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जब वह लंदन कार्यालय में एक बार एक पुरुष साथी से बात कर रहे थे, तो अकबर ने उन्हें चोट पहुंचाई थी।

पल्लवी ने लिखा है, "इस बात का बदला लेने के लिए उन्होंने डेस्क से मुझपर कैंची, पेपरवेट और जो भी उनके हाथ में आया, उसे मेरी और उछाला था।"

उन्होंने आगे लिखा, "मैं भावनात्मक, शारीरिक और मानसिक रूप से टूट गई थी।"

पल्लवी ने कहा कि यह कहना काफी मुश्किल है कि उन्होंने उस समय उनका मुकाबला क्यों नहीं किया।

अकबर पर कई महिला पत्रकारों ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे, जिसके बाद उन्हें 17 अक्टूबर को विदेश राज्यमंत्री के पद से इस्तीफा देना पड़ा। आरोप लगाने वाली एक पत्रकार के खिलाफ उन्होंने मानहानि का मुकदमा भी किया है।

Akbar denies rape allegations, says relationship 'consensual'

New Delhi: Former Union Minister M.J. Akbar on Friday termed allegations of rape by US-based journalist Pallavi Gogoi a "lie" and claimed they had entered into a "consensual relationship".

Akbar in a statement to ANI said Gogoi's November 2 article in the Washington Post had detailed "false allegations of rape and violence against me".

"I have had occasion to read this article and it has become necessary, at this point in time, to bring certain facts to light. Somewhere around 1994, Pallavi Gogoi and I entered into consensual relationship that spanned several months.

"This relationship gave rise to talk and would later cause strife in my home life as well. This consensual relationship ended, perhaps not on best note," he said. 

"People who worked with me and knew both of us have indicated that they would be happy to bear testimony to what is stated above and at no stage did the behaviour of Pallavi Gogoi give any one of them impression that she was working under duress," he said.

Akbar also said on October 29 the Washington Post forwarded to his lawyers a "series of cryptic and non-specific questions, regarding incidents alleged to have taken place approximately 23 years ago". 

"These allegations were false and were consequently denied," he added.

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