नई दिल्ली: 10वें आईबा महिला विश्व मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में पदार्पण कर रही भारतीय टीम की खिलाड़ी मनीषा मौन ने शानदार प्रदर्शन करते हुए अमेरिका की क्रिस्टिना क्रूज को 54 किलोग्राम भारवर्ग मुकाबले में 5-0 से हराते हुए प्री-क्वार्टर फाइनल प्रवेश कर लिया। दिग्गज मुक्केबाज सरिता देवी भी प्री-क्वार्टर फाइनल में पहुंच गई हैं। केडी जाधव हॉल में खेले जा रही इस चैम्पियनशिप में 21 साल की भारतीय खिलाड़ी ने शानदार शुरुआत करते हुए लगातार पंच बरसाए। पहले राउंड में वह 36 साल की मुक्केबाज, जो दो बार विश्व चैम्पियनशिप में कांस्य पदक भी जीत चुकी हैं, के सामने पूरे नियंत्रण में थीं। अमेरिका की अनुभवी खिलाड़ी ने दूसरे राउंड में वापसी की, लेकिन यह कुछ देर ही टिक पाई क्योंकि हरियाणा की मुक्केबाज ने मौकों का फायदा उठाते हुए उन्हें वापस दवाब में ला दिया।
भारतीय मुक्केबाज पूरे मैच में हावी थीं। इंडियन ओपन और पोलैंड में खेली गई सिलेसियन महिला मुक्केबाज चैम्पियनशिप के शानदार प्रदर्शन करने वाली भारतीय मुक्केबाज के सामने अमेरिकी मुक्केबाज हालांकि कुछ खास नहीं कर पाई और मनीषा ने कुछ सीधे और इसके बाद पंचों के सही संयोजन का इस्तेमाल करते हुए जीत हासिल की। पांचों जज मनीषा के खेल से काफी प्रभावित दिके और इसी कारण उन्होंने भारतीय खिलाड़ी के पक्ष में 9-28, 30-27, 30-26, 30-26, 29-28 अंक दिए।
अगले दौर में भारतीय खिलाड़ी का सामना कजाकिस्तान की मौजूदा विश्व विजेता दिना झोलामैन से होगा जिन्होंने जापान की मुजुकी हिरूता को 4-1 से मात दी। मनीषा हालांकि दिना की काबिलियत से वाकिफ हैं लेकिन उन्होंने सितंबर में पोलैंड में खेले गए मुकाबले में कजाकिस्तान की खिलाड़ी को मात दी है।
अपनी जीत पर मनीषा ने कहा, "मैं अपनी जीत और उम्मीदों पर खरा उतरने से खुश हूं। मैंने साबित किया है कि मैं यहां आने की हकदार हूं। मैं चैम्पियनशिप में अच्छा करने को लेकर आत्मविश्वास से भरी हूं।"
उनसे जब पूछा गया कि वह मौजूदा विश्व विजेता के खिलाफ होने वाले मुकाबले को किस तरह से देखती हैं तो उन्होंने कहा कि वह अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की कोशिश करेंगी। उन्होंने कहा, "मैंने उन्हें पोलैंड में मात दी है। वह कड़ी प्रतिद्वंद्वी हैं लेकिन मैं उन्हें हरा सकती हूं।"
मैच में अपनी रणनीति के बारे में मनीषा ने कहा कि उन्होंने अपने कोच के आदेश का पालन किया। उन्होंने कहा, "मेरे प्रशिक्षकों ने मुझे दूर से खेलने की सलाह दी थी। मेरी विपक्षी का राइट हैंड मजबूत है मैं उसे देखती रही थी। मुझे अपने बाएं हाथ से अटैक करना था जो मैंने किया और इससे मैं काफी खुश हूं।"
वहीं, पूर्व विश्व चैम्पियन भारत की एल. सरिता देवी ने 60 किलोग्राम भारवर्ग में जीत के साथ आगाज किया। उन्होंने स्विट्जरलैंड की सैंड्रा डियाना ब्रगर को 4-0 से मात देकर प्री-क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया। मुकाबला इतना रोचक था कि एक रैफरी ने दोनों खिलाड़ियों को बराबर अंक दिए जबकि चार रैफरियों ने सरिता को सैंड्रा से बेहतर पाया।
पहले दौर में बाई हासिल करने वाली सरिता ने विश्व चैम्पियमशिप में 2001 में पहली बार हिस्सा लिया था। नई दिल्ली में 2006 में पहली बार आयोजित प्रतियोगिता के संस्करण में सरिता ने हिस्सा लिया था और स्वर्ण पदक जीता था। इसके बाद 2008 में चीन में सरिता ने कांस्य अपने नाम किया था।